RANCHI: चाईबासा में 7 लोगों की हत्या मामले को लेकर झारखंड में राजनीति शुरू हो गई है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि सीएम हेमंत सोरेन सब कुछ जानते हुए इस मामले को भटका रहे हैं. आजतक मृतकों के परिजनों को मुआवजा तक नहीं दिया गया और हेमंत आदिवासियों की हितैषी बनते हैं.
प्रशासन के पहुंचने में लगे 2 दिन
बीजेपी के समीर उरांव ने कहा पिछले 19 जनवरी को झारखंड के सिंहभूम जिला में बहुत बड़ी नरसंहार की घटना हुई. इसमें सात लोगों की हत्या हुई. लेकिन नरसंहार की घटना के दो दिन बाद प्रशासन वहां पहुंचता है. झारखंड में इतने बड़े नरसंहार के बाद वहां की सरकार ने तुरंत घटना का संज्ञान नहीं लिया. इसके बाद सीएम घटना स्थल पर जाकर कहते हैं कि 'मारने वाला भी मेरा, मरने वाला भी मेरा है.
मृतकों के परिजनों को नहीं मिला मुआवजा
उरांव ने कहा कि झारखंड में इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद वहां के शासन द्वारा शोक संतप्त परिवारों को कोई आश्वासन या मुआवजा नहीं दिया गया. बल्कि सबकुछ जानते हुए भी भ्रम फ़ैलाने के लिए एसआईटी के गठन की बात की जाती है. इस जघन्य घटना को आपसी रंजिश का रूप देने की कोशिश की जा रही है. लेकिन हमारे झारखंड के आदिवासियों की नृसंस हत्या हो जाती है तो इनके मुंह से एक शब्द भी नहीं निकलता. ये कांग्रेस और जेएमएम की नीति है.