Bihar News: बिहार में RJD जिलाध्यक्ष की गिरफ्तारी के बाद मचा बवाल, इस मामले में उठा ले गई पुलिस Bihar News: नई दिल्ली से दरभंगा जा रही ट्रेन के पहिए में लगी आग, यात्रियों में मचा हड़कंप Bihar Assembly Election 2025 : बिहार में इन सीटों पर भूमिहार बनाम भूमिहार की लड़ाई,कौन करेगा किला फतह और किसका पलड़ा होगा भारी ? Bihar Election 2025: सीमांचल के लिए एक्टिव हुए PM मोदी, जनसभा कर ऐसे बढ़ाएंगे तेजस्वी और राहुल की टेंशन Dular Chand Yadav murder case : 16 घंटे रंगदारी सेल में बंद अनंत सिंह से पुलिस ने पूछे यह सवाल, जानिए बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह ने क्यों कहा - ए सर... हमर चुनवा ठीक रहतय ने Bihar News: बिहार के इस जिले में 2 पक्षों के बीच जमकर मारपीट, एक युवक गंभीर रूप से घायल Bihar Election 2025: बिहार चुनाव से पहले भारत-नेपाल बॉर्डर पूरी तरह सील, इन चीजों पर होगी कड़ी निगरानी Bihar News: बिहार में RJD और BJP समर्थकों के बीच मारपीट, 5 घायल Mokama Election : "अनंत सिंह के अरेस्ट होने के बाद NDA के 'दिग्गजों' ने संभाली मोकामा की कमान, अब पिछड़ा वोट बैंक को साधने सम्राट करेंगे रोड शो; जानिए क्या पड़ेगा असर" Success Story: “मेरा सपना तो IAS बनना है”, टैक्स डिपार्टमेंट की नौकरी के साथ की पढ़ाई, UPSC पास कर बन गई अधिकारी
1st Bihar Published by: Updated Thu, 30 Jan 2020 02:05:40 PM IST
- फ़ोटो
RANCHI: चाईबासा में 7 लोगों की हत्या मामले को लेकर झारखंड में राजनीति शुरू हो गई है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि सीएम हेमंत सोरेन सब कुछ जानते हुए इस मामले को भटका रहे हैं. आजतक मृतकों के परिजनों को मुआवजा तक नहीं दिया गया और हेमंत आदिवासियों की हितैषी बनते हैं.
प्रशासन के पहुंचने में लगे 2 दिन
बीजेपी के समीर उरांव ने कहा पिछले 19 जनवरी को झारखंड के सिंहभूम जिला में बहुत बड़ी नरसंहार की घटना हुई. इसमें सात लोगों की हत्या हुई. लेकिन नरसंहार की घटना के दो दिन बाद प्रशासन वहां पहुंचता है. झारखंड में इतने बड़े नरसंहार के बाद वहां की सरकार ने तुरंत घटना का संज्ञान नहीं लिया. इसके बाद सीएम घटना स्थल पर जाकर कहते हैं कि 'मारने वाला भी मेरा, मरने वाला भी मेरा है.
मृतकों के परिजनों को नहीं मिला मुआवजा
उरांव ने कहा कि झारखंड में इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद वहां के शासन द्वारा शोक संतप्त परिवारों को कोई आश्वासन या मुआवजा नहीं दिया गया. बल्कि सबकुछ जानते हुए भी भ्रम फ़ैलाने के लिए एसआईटी के गठन की बात की जाती है. इस जघन्य घटना को आपसी रंजिश का रूप देने की कोशिश की जा रही है. लेकिन हमारे झारखंड के आदिवासियों की नृसंस हत्या हो जाती है तो इनके मुंह से एक शब्द भी नहीं निकलता. ये कांग्रेस और जेएमएम की नीति है.