DESK: भारतीय जनता पार्टी को दक्षिण में एक और बड़ा झटका लगा है। एक्टर से नेता बने पवन कल्याण की जनसेना पार्टी ने एनडीए से नाता तोड़ दिया है। हाल ही में जनसेना पार्टी ने चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी का समर्थन किया था और चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी पर आपत्ति जताई थी।
दरअसल, दक्षिण में बीजेपी को लगातार झटके पर झटके लग रहे हैं। पिछले दिनों ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) ने भी एनडीए से किनारा कर लिया था और लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का एलान कर दिया था और अब पवन कल्याण की जनसेना पार्टी ने भी एनडीए एनडीए से किनारा कर लिया है। जनसेना पार्टी ने पिछले दिनों चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी के साथ गठबंधन किया था। चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी का जनसेना पार्टी लगातार विरोध कर रही थी। उस वक्त से ही यह माना जा रहा था कि जनसेना पार्टी एनडीए से अलग हो सकती है। गुरुवार को पवन कल्याण ने इसका औपचारिक एलान किया।
बता दें कि जनसेना पार्टी 2020 के जनवरी महीने में BJP के साथ आई थी। उस वक्त बीजेपी और जनसेना पार्टी से लोकसभा और विधानसभा का चुनाव साथ लड़ने का एलान किया था। इसी बीच जनसेना पार्टी की जनदीकियां तेलुगू देशम पार्टी के साथ बढ़ गईं। पिछले दिनों पार्टी प्रमुख पवन कल्याण ने तेलुगू देशम पार्टी के साथ गठबंधन की घोषणा की थी और तेलंगाना विधानसभा चुनाव में 119 सीटों में से 32 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।