PATNA : BJP के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने एक बार फिर अपनी ही सरकार की पोल खोल दी है. डॉ संजय जायसवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सूबे में ग्रामीण सड़कों के निर्माण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की शिकायत की है. खास बात ये है कि ग्रामीण सड़क निर्माण कराने वाले विभाग के मंत्री और सचिव दोनों मुख्यमंत्री के बेहद चहेते बताये जाते हैं, ऐसे में संजय जायसवाल का पत्र कई सवाल खड़े कर रही है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का पत्र
डॉ संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार को बकायदा पत्र लिखकर गंभीर आरोप लगाये हैं. अपने पत्र में कहा है कि पश्चिम चंपारण में ग्रामीण सड़क बनाने में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार लगातार जारी है. अधिकारी, ठेकेदार और नेताओं का कॉकस सरकारी पैसे को लूट रहा है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कई समाचार पत्र की खबरों को भी पत्र के साथ भेजा है, जिनमें ग्रामीण सड़कों के निर्माण में गड़बड़ी से संबंध में खबरें छपी हैं.
मुख्यमंत्री के दौरे से एक दिन पहले लिखा पत्र
दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल पश्चिम चंपारण के दौरे पर जा रहे हैं. वे दो दिनों तक वाल्मिकीनगर में ही रहेंगे. वहां वे कई सरकारी योजनाओं के शिलान्यास के साथ ही वाल्मिकीनगर के मनोरम मौसम का भी लुफ्त उठायेंगे. मुख्यमंत्री के दौरे से एक दिन पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने ये पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में कई उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की है.
भाजपा अध्यक्ष को पत्र लिखने की जरूरत क्यों आ पड़ी
बड़ा सवाल ये है कि बिहार की सत्ता में साझीदार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखने की जरूरत क्यों आ पड़ी. वे मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री से मिलकर भी अपनी शिकायत रख सकते थे. पत्र से साफ हो गया कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का सरकार चलाने वालों से बातचीत नहीं हो रही है. शायद उनका इरादा सरकार को कठघरे में खडा करने का भी है.
क्या मुख्यमंत्री करेंगे कार्रवाई
दरअसल ग्रामीण कार्य विभाग के जिम्मे बिहार में ग्रामीण सडकों को बनाने का काम है. विभाग के मंत्री शैलेश कुमार और सचिव विनय कुमार दोनों मुख्यमंत्री के बेहद खास माने जाते हैं. लिहाजा ग्रामीण कार्य विभाग की लगातार शिकायतों के बावजूद सरकार खामोश ही बैठी रही. सवाल ये है कि क्या संजय जायसवाल के पत्र के बाद मुख्यमंत्री कार्रवाई करेंगे.