DESK: लॉकडाउन में घर जाने के लिए एक 12 साल की बच्ची 100 किमी पैदल चली, लेकिन घर पहुंचने से वह कुछ दूर पहले ही वह दम तोड़ दी. यह दुखद घटना छत्तीसगढ़ के बीजापुर की है.
तेलंगाना से छत्तीसगढ़ जा रहा था परिवार
बताया जा रहा है कि लॉकडाउन में बच्ची के परिजनों का रोजगार खत्म हो गया. जिसके बाद परिजन तेलंगाना के पेरूर से छत्तीसगढ़ के आदेड़ गांव के लिए पैदल ही निकल पड़े. 100 किमी का सफर तय करने के बाद बच्ची की तबीयत खराब हो गई. उसके पेट में दर्द होने लगा. लेकिन इलाके में जंगल होने के कारण परिजन कुछ नहीं सके. जिससे उसकी मौत हो गई.
परिवार को किया गया क्वॉरेंटाइन
जब स्वास्थ्य विभाग को इसके बारे में जानकारी मिली तो हड़कंप मच गया. परिजनों को स्वास्थ्य विभाग ने क्वॉरेंटाइन कर दिया है. शव को पोस्टपॉर्टम के लिए हॉस्पिटल भेज दिया है. परिवार में वह बच्ची इकलौती संतान थी. मौत के बाद परिवार का रो रोकर बुरा हाल है. बच्ची के माता-पिता तेलंगाना में मिर्ची तोड़ने का काम करते थे. लेकिन लॉकडाउन के कारण यह काम बंद हो गया था. घरवाले परिवार का आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन घर बच्ची का शव पहुंचा. बता दें कि लॉकडाउन में देश के कई राज्यों में फंसे लाखों मजदूर पैदल ही अपने गांव तक पहुंचे. उसी तरह यह परिवार भी अपने घर जा रहा था.