GOPALGANJ : बिहार में जहरीली शराब पीने से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहरीली शराब पीने से बिहार के विभिन्न जिलों में अबतक 25 लोगों की मौत हो चुकी है। होली के नजदीक आने के साथ मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। सरकार और पुलिस की सख्ती के बावजूद लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। गोपालगंज में 7 लोगों की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि मंगलवार को दो और लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई। घटना थावे थाना क्षेत्र के कविलासपुर बाजार की है।
मृतक के परिजनों की मानें तो दोनों देर रात शराब पीकर घर आए थे। सुबह उठे तो आंखों की रोशनी चली गई। सीने में दर्द की शिकायत के बाद परिजन अस्पताल ले गए लेकिन रास्ते में ही दोनों की मौत हो गई।मृतकों की पहचान कविलासपुर निवासी 40 वर्षीय सर्फुद्दीन कुरैशी और 50 वर्षीय उपेन्द्र यादव के रूप में की गई है। पुलिस के डर से परिजनों ने मंगलवार की रात दोनों शवों का दाह- संस्कार कर दिया। इधर, पुलिस ने शराब से मौत की बात से सीधे तौर पर इनकार कर दिया है।
बताया जा रहा है कि मृतक सर्फुद्दीन मटन की दुकान चलाता था। घरवालों के लाख मना करने के बावजूद वह हर दिन शराब पीकर घर लौटता था। जब पत्नी ने बेटी की शादी का वास्ता दिया तो मंगलवार को सर्फुद्दीन ने कसम खाई कि होली के बाद शराब को हाथ नहीं लगाएगा लेकिन इससे पहले ही उसकी मौत हो गई।
जबकि गांव के ही 50 वर्षीय उपेन्द्र यादव की भी मौत संदिग्ध हालत में हो गई। मृतक उपेन्द्र सब्जी बेचने का काम करता था। मंगलवार की रात उपेन्द्र के पेट में अचानक दर्द होने लगा। जिसके बाद परिजन उसे डॉक्टर के पास ले गए। डॉक्टर ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे गोरखपुर रेफर कर दिया लेकिन गोरखपुर जाने से पहले ही उसकी मौत हो गई। परिजनों ने आनन-फानन में उसका शव जला दिया।
गौरतलब है कि जैसे-जैसे होली का पर्व नजदीक आ रहा है, मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले दिनों जिले के बैकुंठपुर में 7 लोगों की मौत हो गई थी, ऐसे में फिर दो लोगों की संदिग्ध मौत से हड़कंप मच गया है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मामले पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। बताते चलें कि पिछले 10 दिनों के भीतर सीवान, बेतिया, भागलपुर, कटिहार और गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 25 लोगों की मौत हो चुकी है।