PATNA : बिहार में गुरूजी के बदले अब किराए का कोइ आदमी उनका क्लास नहीं ले सकेगा. स्कूलों में टीचर की उपस्थिति सुनिश्चित करने के मकसद से सरकार ने उनकी फोटो स्कूल के सूचना पट्ट पर लगवाने का फैसला किया है.
प्राइमरी से लेकर हाई स्कूल के सभी नोटिस बोर्ड पर वहां के शिक्षकों की रंगीन तस्वीर लगेगी. फोटो के साथ उनके नाम, पोस्ट और उनका मोबाइल नंबर भी लिखा रहेगा. जिससे छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावक अपने शिक्षकों को पहचान सकें. और साथ ही टीचर की स्कूलों में नियमित रूप से पूरे दिन की उपस्थिति सुनिश्चित की जा सके. बता दें इसको लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किया है. इसमें कहा गया है कि सभी प्राइमरी स्कूल 29 दिसंबर तक तथा सभी मिडिल और हाई स्कूल उक्त निर्देश के आलोक में कार्रवाई कर विभाग को रिपोर्ट हर हाल में भेज दें.
शिक्षा को रोजगार और संस्कार के साथ जोड़ने की जरूरत है. बच्चों को स्किन और व्यवहारिक शिक्षा सिखाई जानी चाहिए. सोमवार को आचार्य सुदर्शन पटना सेंट्रल स्कूल के वार्षिक महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के लघु सिंचाई एवं एससी एसटी कल्याण मंत्री संतोष सुमन ने ये बातें कही. संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. बीके सुदर्शन ने अतिथियों का स्वागत किया तथा उसे शॉल पटका के साथ आचार्य द्वारा रचित श्रेष्ठ ग्रंथ समर्पित किया. संस्था के संस्थापक आचार्य सुदर्शन ने अपने संदेश में कहा कि बच्चों को स्वयं पढने दें. उन्हें जिज्ञासु बनाएं. मौके पर प्राचार्य ओपी सिंह, वकील ऋतुराज व विनय सिन्हा मौजूद थे.