Bihar Politics: बिहार BJP की पुरानी कमेटी में नई नियुक्ति, धड़ाधड़ मनोनयन से उठ रहे कई सवाल, जंबोजेट 'मीडिया' को और वजनी बनाया

Bihar Politics: बिहार BJP की पुरानी कमेटी में नई नियुक्ति, धड़ाधड़ मनोनयन से उठ रहे कई सवाल, जंबोजेट 'मीडिया' को और वजनी बनाया

Bihar Politics: भाजपा के विधान पार्षद सह नीतीश कैबिनेट में मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल को जुलाई 2024 में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. नए अध्यक्ष अब अपनी नई कमेटी का गठन करेंगे. संगठन का चुनाव जारी है. दावा किया जा रहा है कि 14 जनवरी तक संगठन चुनाव समाप्त हो जाएंगे, इसके तुरंत बाद प्रदेश कमेटी का गठन कर लिया जायेगा. खुद प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल यह घोषणा कर चुके हैं. इस हिसाब से नई कमेटी बनने में अब कुछ ही समय रह गया है. दूसरी तरफ, पुरानी कमेटी में ही नए लोगों को जोड़ने का काम शुरू है. प्रदेश अध्यक्ष ने हाल के दिनों में पांच नेताओं को नई जिम्मेदारी दी है. ऐसे में सवाल कई उठ रहे हैं. क्या इनलोगों को हफ्ते-दो हफ्ते के लिए नियुक्ति की गई है ?  या फिर प्रदेश कमेटी के गठन में देरी होने की संभावना है ? 

भाजपा की कमेटी पुरानी..नियुक्ति नई 

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने हाल के दिनों में पुरानी कमेटी में ही नई नियुक्ति की है. इनमें तीन नेताओं को प्रवक्ता तो दो को प्रदेश कार्यसमिति में जगह दी है. भाजपा की प्रदेश मीडिया टीम जो पहले से ही जंबोजेट है, उसमें तीन नई नियुक्ति की गई है. सीतामढ़ी से विधायक मिथिलेश कुमार को सबसे पहले प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी दी गई. इसके बाद 24 दिसंबर को दो अलग-अलग पत्र जारी हुआ. दोनों पत्र प्रवक्ता नियुक्ति को लेकर जारी की गई. राजद छोड़ने वाली विधायक संगीता कुमारी को भी पार्टी का प्रवक्ता बनाया गया है. इसी दिन (24 दिसंबर) अनामिका पासवान को भी प्रवक्ता की जिम्मेदारी दी गई. दोनों के लिए पार्टी ने अलग-अलग पत्र जारी किया. मुख्यालय प्रभारी अरविंद शर्मा की तरफ से इस संबंध में पत्र जारी हुआ। वहीं दो अन्य नेताओं के प्रदेश कार्यसमिति में भी जगह दी गई है. 

जंबोजेट मीडिया प्रभाग में नई नियुक्ति को लेकर तरह-तरह की चर्चा 

भाजपा के नए अध्यक्ष दिलीप जायसवाल द्वारा पुरानी कमेटी में नई नियुक्ति करने को लेकर पार्टी के अंदर की तरह-तरह की चर्चा है. सवाल यह उठ रहे कि जब दो हफ्ते बाद ही प्रदेश कमेटी का गठन होना है, तब पुरानी टीम में नए लोगों को शामिल करने का क्या मतलब?  वो भी मीडिया में जहां, पहले से ही मीडिया प्रभारी-पैनलिस्ट और प्रवक्ता की संख्या लगभग 50 है. अब इसमें तीन नई नियुक्ति की गई है. चर्चा है कि पहले से जितने भी प्रवक्ता हैं, वो काबिल नहीं, लिहाजा नई नियुक्ति की जा रही है.  एक चर्चा यह भी है कि नई कमेटी के गठन में देरी हो सकती है. तय समय के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने अपनी नई टीम का गठन किया और उसमें इन लोगों को जगह नहीं मिली तो क्या कुछ हफ्ते के लिए ही, इन लोगों को यह जिम्मेदारी दी गई है ? ये तमाम चर्चा भाजपा के अंदर की जा रही हैं.