Bihar Politics: JDU विधायक ने प्रदेश अध्यक्ष के सामने कहा-जो हमें नहीं बोलने देगा उसे पटक कर जान मार देंगे, सांसद को चोर-पॉकेटमार बताया

Bihar Politics: JDU विधायक ने प्रदेश अध्यक्ष के सामने कहा-जो हमें नहीं बोलने देगा उसे पटक कर जान मार देंगे, सांसद को चोर-पॉकेटमार बताया

BHAGALPUR: नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू की है. इसके पहले चरण में हर जिले में जिला कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. अब जेडीयू की तैयारी और कार्यकर्ताओं-नेताओं का हाल देखिये. पार्टी के जिला कार्यकर्ता सम्मेलन में विधायक ने कहा-जो हमको बोलने से रोकेगा उसे उठा के पटक कर जान मार देंगे. विधायक ने अपनी ही पार्टी के सांसद को चोर-पॉकेटमार बता दिया. प्रदेश अध्यक्ष और नेताओं को चेताया-हम फाइटर हैं, हम से बच कर रहियेगा.


भागलपुर में बवाल

ये वाकया भागलपुर का है. शनिवार को भागलपुर में जेडीयू का जिला कार्यकर्ता सम्मेलन हुआ, जिसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के साथ साथ कई और नेता शामिल होने पहुंचे थे. कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी के बहुचर्चित विधायक गोपाल मंडल को बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा था. गोपाल मंडल ने जबरन माइक लेकर बोलना शुरू किया और जो भाषण दिया, उससे प्रदेश अध्यक्ष भी सकते में आ गये. 


पटक कर जान मार देंगे

जिला कार्यकर्ता सम्मेलन में विधायक गोपाल मंडल ने कहा-यहां जो नेता आये हैं, उनको मालूम ही नहीं है कि हम पूरे प्रमंडल की राजनीति करते हैं. हमको राज्य मंत्री का दर्जा है. विधायक ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और दूसरे नेताओं को कहा- आपको जानकारी ही नहीं है, मैं फाइटर हूं, लड़ाकू हूं. नाराज गोपाल मंडल ने कहा-लगता है कि लगता है कि अभी उठा कर पटक दूं और जान मार दूं. गोपाल मंडल की बातें सुनकर मंच पर मौजूद प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा समेत दूसरे नेता सकते में आ गये.  


गोपाल मंडल यहीं नहीं रूके. उन्होंने कहा- 1990 में पप्पू यादव, आनंद मोहन और गोपाल मंडल तीनों बराबरी के लोग थे. मैं भी 1990 में चुनाव लड़ा था लेकिन हार गया था. इसका मतलब ये नहीं है मैं कमजोर हूं. सभा में गोपाल मंडल को बोलने से रोका जा रहा है. गोपाल मंडल नहीं बोलेगा तो कौन बोलेगा. मैं नहीं बोला तो सभा की कहानी समाप्त. 


एक पैर जेल में तो एक पैर बाहर

गोपाल मंडल ने कहा कि किसी डीएम-एसपी हो या दूसरा पदाधिकारी. मेरी बात हर अफसर को सुनना पड़ता है. नहीं सुनेगा तो मैं सुना देता हूं. मेरे लिए क्या है. मेरा एक पैर जेल के भीतर रहता है तो एक पैर बाहर. विधायक ने मंच पर बैठे अपने नेताओं की ओर इशारा कर कहा- हमको कार्यक्रम में न्योता नहीं दिया. हमको बोलने नहीं दिया. इनको जानकारी ही नहीं है कि हम कौन हैं. गोपाल मंडल नहीं बोलेगा तो कौन बोलेगा. गोपाल मंडल ने कहा कि पार्टी के नेताओं ने गाली सुनने का काम किया है. यहां तो मारामारी हो जाता. 


चोर-पॉकेटमार है सांसद

जिला सम्मेलन में जबरन भाषण देने के बाद गोपाल मंडल कार्यक्रम से बाहर निकल गये. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भागलपुर का जेडीयू सांसद अजय मंडल चोर-पॉकेटमार है. वही, इस कार्यक्रम के बैनर-पोस्टर में मेरा फोटो नहीं दिया. गोपाल मंडल ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष भी ठीक नहीं है. मीडिया ने पूछा कि क्या वे इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे. गोपाल मंडल ने जवाब दिया कि मैं खुद इनसे निपट लूंगा. मुख्यमंत्री को कहने की क्या जरूरत है.