बिहार पुलिस को चकमा देकर भागा कैदी अपने घर में जाकर करने लगा आराम, दो घंटे बाद ही फिर से दबोचा गया

बिहार पुलिस को चकमा देकर भागा कैदी अपने घर में जाकर करने लगा आराम, दो घंटे बाद ही फिर से दबोचा गया

CHAPRA: बिहार में एक कैदी की अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जेल ले जाने दौरान वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. लेकिन पुलिस की गिरफ्त से भागने के क्रम में कुछ ज्यादा ही थक गया. लिहाजा अपने घर में ही जाकर आराम करने लगा. दो घंटे बाद पुलिस ने उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया. अब उस पर एक नया मुकदमा भी हो गया है.


छपरा में एक कैदी का ये कारनामा सामने आया है.  शराब मामले में पकडे गये कैदी ने जेल जाने के दौरान पेट में भयंकर दर्द होने का बहाना बनाया. पुलिस वाले उसे अस्पताल ले गये जहां उसे भर्ती कर लिया गया. इसी दौरान वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. हालांकि कुछ घंटों के भीतर ही उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया.


दरअसल छपरा की बनियापुर पुलिस ने रविवार को बेदौली भगवानपुर में छापेमारी कर वीरेंद्र महतो को शराब के मामले में गिरफ्तार किया था. सोमवार को दो सिपाही और दो चौकीदारों की निगरानी में उसे छपरा कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया. जेल ले जाने के दौरान वीरेंद्र महतो छटपटाने लगा. उसे पुलिस से कहा कि उसे पेट में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है. इसके बाद बनियापुर थाने के दो सिपाही व दो चौकीदार की निगरानी में वीरेंद्र महतो को छपरा सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करा दिया गया.


वीरेंद्र को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद उसकी सुरक्षा के लिए लगाये गये सिपाही और चौकीदार निश्चिंत हो गये. इसी बीच वह सोमवार की सुबह अस्पताल से फरार हो गया. मामले की जानकारी जब बनियापुर थाने को मिली तो वहां हड़कंप मच गया. तत्काल बनियापुर  पुलिस की टीम ने छापेमारी शुरू कर दी. पुलिस की टीम बेदौली भगवानपुर गांव में पहुंची जहां कैदी वीरेंद्र महतो का घर है. पुलिस को खबर मिली कि वह अपने घर में ही आराम कर रहा है. इसके बाद पुलिस वीरेंद्र महतो के घर की घेराबंदी कर छापेमारी की, जहां से वह गिरफ्तार कर लिया गया.


पुलिस की लापरवाही आई सामने

पुलिस ने वीरेंद्र महतो के खिलाफ न्यायिक हिरासत से भागने का एक और मुकदमा दर्ज किया है. वहीं उसके फरार होने के मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आ रही है. वीरेंद्र महतो को सदर अस्पताल में भर्ती कराने के बाद उसकी निगरानी के लिए दो सिपाही और दो चौकीदार को लगाया गया था. उनकी मौजूदगी में कैदी अस्पताल से भाग गया. अस्पताल में मौजूद लोगों ने बताया कि वीरेंद्र महतो के पास पुलिस का कोई जवान मौजूद नहीं था. उसे अकेला छोड़ कर सिपाही और चौकीदार गायब थे. तभी वीरेंद्र महतो आराम से अस्पताल से भाग निकला.