MOTIHARI: भारत में कोराना फैलाने का साजिश रचने वाले जालिम मुखिया को नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं। इसके बाद जैसे लगता है कि बिहार पुलिस एक बार फिर अलर्ट मोड से बाहर आ गयी है।पूर्वी चंपारण पुलिस की पोल खोलने वाली तस्वीर सामने आ रही है । कोरोना महामारी को लेकर लगे लॉक डाउन बढ़ने की संभावना को लेकर मजदूर घर की ओर एक बार फिर मूव करने लगे है। इस बीच नेपाल के जालिम मुखिया के कोरोना बम को लेकर मोतिहारी पुलिस कितना सतर्क है कि तीन थाना को क्रॉस करते हुए 51 मजदूर नेपाल से भारत पहुंच गये लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी। वो तो भला हो ग्रामीणों को जिन्होनें पुलिस को इसकी सूचना दी। वहीं इस पूरे प्रकरण में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती दिखी।
मोतिहारी के बंजरिया थाना क्षेत्र के सेमरा गांव के लोगो ने देर रात लगभग बजे 51 मजदूरों को नेपाल से आने के शक में रोक कर जिला कंट्रोल रूम को फोन किया।सूचना पर बंजरिया सीओ और थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मजदूरों से पूछताछ की ।मजदूरों द्वारा रक्सौल से कटिहार जाने की बात बताई गई ।पुलिस ने रात में वहीं शंकर ढाबा में ही सभी मजदूरों को रोक रखा गया ।बिना सोशल डिस्टेंस का पालन किये एक साथ सभी को सोने की व्यस्था की गयी ।सोमवार को मेडिकल जांच के बाद दो पिकआप गाड़ी से इन मजदूरों को कटिहार भेज दिया गया।
नेपाल के जालिम मुखिया के बिहार में कोरोना फैलाने के लिए आदमियों के प्रवेश सूचना पर मोतिहारी पुलिस कितना सजग है कि 51 मजदूर दिन के दस बजे रक्सौल से चलकर चार थाना क्षेत्र को पार कर जाते है लेकिन सुधि लेने वाला तक नहीं मिलता है ।मजदूरों ने बताया को रक्सौल में बिल्डिंग कंट्रक्शन में काम करते थे ।ठीकेदार कटिहार का ही था ।दो दिन पहले मुंशी भी छोड़कर भाग गया तो पैदल ही कटिहार के लिए चल दिये थे ।रास्ते मे किसी थाना पुलिस ने नहीं रोका।