ब्रेकिंग न्यूज़

अमरनाथ एक्सप्रेस की बोगी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, समस्तीपुर में भर्ती फतुहा में पुनपुन नदी में नाव पलटी, दो लापता; 18 लोग तैरकर बचे नीसा देवगन बनीं ग्रेजुएट, काजोल ने चिल्लाकर कहा.. ‘कम ऑन बेबी’, वीडियो वायरल अरवल: हत्या के दो फरार आरोपियों के घर पुलिस ने चिपकाया इस्तेहार, 30 दिन में सरेंडर का आदेश बिहार में शराब तस्करी का खेल जारी: अंडे की कैरेट के बीच छिपाकर मुजफ्फरपुर ले जाई जा रही थी 3132 लीटर विदेशी शराब, ट्रक जब्त Bihar News: 351 फीट का अनोखा कांवर लेकर मुजफ्फरपुर पहुंचे शिवभक्त, बाबा गरीबनाथ धाम में करेंगे जलाभिषेक दिल्ली में स्वामी करपात्री जी की जयंती पर भव्य समारोह, केंद्रीय मंत्री, सांसद और पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई हुए शामिल दिल्ली में स्वामी करपात्री जी की जयंती पर भव्य समारोह, केंद्रीय मंत्री, सांसद और पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई हुए शामिल कंकड़बाग में युवक पर चाकू से हमला, आपसी रंजिश का मामला; तीन आरोपी गिरफ्तार समाजसेवी अजय सिंह ने बाढ़ प्रभावित जवैनिया गांव का किया दौरा, राहत सामग्री का किया वितरण

खेल सम्मान समारोह का बहिष्कार करेगा बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन, अध्यक्ष मृत्युंजय तिवारी का आमरण अनशन लगातार दूसरे दिन भी जारी

1st Bihar Published by: 7 Updated Mon, 26 Aug 2019 08:50:03 PM IST

खेल सम्मान समारोह का बहिष्कार करेगा बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन, अध्यक्ष मृत्युंजय तिवारी का आमरण अनशन लगातार दूसरे दिन भी जारी

- फ़ोटो

PATNA : बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय तिवारी का आमरण अनशन लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा. एसोसिएशन की ओर से कहा जा रहा है कि अगर सरकार की ओर से मांगों पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं होती है तो बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन खेल सम्मान समारोह का बहिष्कार करेगा. एसोसिएशन ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जब खिलाड़ियों को रोजगार और संसाधन ही मुहैया नहीं होंगे तो इस सम्मान का क्या मतलब है. खेल सम्मान समारोह के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति नहीं चलेगी. सरकार खिलाडियों के लिए जो घोषणाएं करती है. उसपर कोई कार्यवाही नहीं होती है. सिर्फ खानापूर्ति के लिए यह सम्मान समारोह किया जाता है. बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के निदेशक सचिव आशीष सिन्हा अनशन स्थल पर तिवारी का हालचाल जानने पहुंचे. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि हम नहीं चाहते कि बिहार के खिलाड़ी सड़कों पर रहे लेकिन बिहार की खेल व्यवस्था जिस तरह से चरमराई हुई है. इस व्यवस्था में खेल खिलाड़ियों का विकास असंभव है. इसलिए मजबूरन खिलाड़ियों को सड़कों पर आकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ता है. सचिव आशीष सिन्हा ने कहा कि मांग पूरी हो चुकी है. मोइनुल हक स्टेडियम को फिर से खेलने के लिए बहाल कर दिया गया है. अन्य मांगों पर विचार किया जा रहा है. इसके परिणाम बहुत जल्द मिलेंगे. पदाधिकारियों ने तिवारी से अनुरोध किया कि आप अनशन समाप्त कर दें. तिवारी ने दोनों अधिकारियों से कहा जबतक कोई ठोस निर्णय बाकि मांगो पर भी नहीं हो जाता है. तबतक अनशन समाप्त नहीं होगा.