PATNA : बिहार में तक चुनाव की घोषणा के बाद इसकी तैयारी धीरे-धीरे आगे बढ़ रही हैं। पैक्स चुनाव के लिए वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन जल्द होने वाला है लेकिन सदस्यता को लेकर चुनाव से जुड़े लोगों के बीच थोड़ी भ्रम की स्थिति रही है। राज्य निर्वाचन प्राधिकार में पैक्स चुनाव को लेकर इन्हीं कंफ्यूजन को दूर कर दिया है।
पैक्स राज्य निर्वाचन प्राधिकार ने यह साफ कर दिया है कि इस बार का चुनाव में पिछले वोटर लिस्ट को ही आधार माना गया है। पिछले चुनाव में शामिल होने वाले किसी सदस्य का अगर नाम वोटर लिस्ट से हटाया गया है तो इसके लिए तार्किक कारण बताया जाएगा। प्राधिकार के इस निर्णय के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि पिछली बार पैक्स का चुनाव लड़ने वाले इस बार भी चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।
प्राधिकार ने साफ किया है कि सदस्यता अभियान का मकसद नए सदस्यों को जोड़ा जाना है। अगर किसी पुराने सदस्य क्या नाम वोटर लिस्ट से हटाया गया है तो वैसी स्थिति में प्रमाण के आधार पर उसका नाम वोटर लिस्ट में जोड़ा जाएगा। इस पूरी पारदर्शी प्रक्रिया के बाद ही 11 नवंबर को वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन किया जा रहा है।