SAPAUL : बिहार में कहने को तो स्वास्थ्य विभाग और उनके मंत्री के तरफ से बड़े-बड़े दावे करते हैं। वो कहते हैं कि हम सूबे के सरकारी अस्पतालों में ऐसी व्यवस्था देंगे कि लोगों को निजी अस्पताल में नहीं जाना होगा।इतना ही नहीं बिहार से बाहर भी जाने की जरूरत नहीं होगी। लेकिन, आए दिन कोई न कोई ऐसा वाक्य सामने आता रहता है जो उनके इन दावों का पोल खोलता हुआ नजर आ जाता है। ऐसे में अब एक ताजा मामला सुपौल से सामने आया है। जहां हल्की बारिश में ही सरकारी दावों की पोल खुल रही है।
दरअसल, सूबे में इन दिनों मानसून की वापसी हुई है। ऐसे में कई जिलों में बारिश हो रही है। लेकिन, अब इन बारिश के बूंदों ने बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के दावों की पोल खोल कर रख दी है। इस बारिश के बूंदो ने बता दिया है कि मंत्री जी बातें सिर्फ हवाहवाई होती है या वो यदि निर्देश देते हैं तो फिर उनके अधिकारी और निचले अस्तर के कर्मचारी उसको अधिक तब्बजों नहीं देते हैं। क्योंकि, सुपौल में बारिश की बूंदों ने स्वास्थ व्यवस्था की पोल खोल कर रख दिया है।
बताया जा रहा है कि मामला जिले के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल का है। जहां करोड़ों रुपए की लागत से करीब तीन वर्ष पूर्व बने अनुमंडलीय अस्पताल भवन के ओटी रूम,एक्सरे रूम और इमरजेंसी ओटी रूम सभी जगहों पर बारिश का पानी टपक रहा है जिस वजह से परिवार नियोजन के भर्ती 14 मरीजों का ऑपरेशन कैंसिल कर दिया गया है। जिसके बाद मरीज एवं उनके परिजन काफी नाराज हो गए और हंगामा करने लगे।
दरअसल, दर्जनों मरीज भारी बारिश में ही परिवार नियोजन का ऑपरेशन कराने त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे। मरीजों एवं इनके परिजनो के अनुसार यहां के चिकित्सक ने आश्वासन दिया कि आज आप सबों का परिवार नियोजन का आपरेशन होगा। आपसब ऑपरेशन से पूर्व जो गाइडलाइन बताए गए हैं उसका पालन कीजिए। परिवार नियोजन को पहुंचे 14 मरीज दिन भर भारी बारिश के बीच ऑपरेशन के इंतजार में रुके रहे लेकिन शाम में क़रीब 6 बजे एक स्वास्थ कर्मी ने इन लोगों को बताया कि अब अपलोगों का परिवार नियोजन का ऑपरेशन ओटी में बारिश का पानी टपकने के कारण आज नहीं होगा।इतना सुनते ही मरीज और उनके परिजन नाराज हो गए और अस्पताल में डॉक्टर को भला बुरा कहने लगे हंगामा करने लगे।
वहीं, मरीज एवं इनके परिजनो का कहना है कि पूरा दिन हमलोगों को इस मूसलाधार बारिश में ऑपरेशन के इंतजार में रखा जब ऑपरेशन की व्यवस्था अस्पताल में नहीं थी तो हमलोगों को पूरा दिन क्यों रखा गया। अब अभी शाम में कहा गया कि ऑपरेशन नहीं होगा तो ऐसी परिस्थिति में भारी बारिश में अब हमलोग वापस अपने घर कैसे लौटेंगे। यह डॉक्टर द्वारा गैर जिम्मेदाराना हरकत की गई है।
इधर, मामले को लेकर अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ उमेश कुमार ने कहा कि परिवार नियोजन का ऑपरेशन नहीं होने से नाराज सभी महिलाओं की भीड़ इकट्ठी है इन्हें शाम में बताया गया कि ओटी में बारिश का पानी टपकने के कारण ऑपरेशन नहीं होगा। इसलिए ये लोग सभी नाराज हैं बता दें कि बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम पटना द्वारा कुंवर कंस्ट्रक्शन के माध्यम से 14 करोड़ 32 लाख 56 हजार 3 सौ 42 रूपये की लागत से 75 बेड के अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज के भवन का निर्माण करीब 3 वर्ष पूर्व कराया गया था। लेकिन अभी आज लगातार हुई मूसलाधार बारिश ने भवन निर्माण में बरती गई अनियमितता एवं गुणवत्ता की पोल खोल कर रख दिया है।