Bihar News: बिहार के सरकारी स्कूल की पढ़ाई: हाथ-पैर फूलना मतलब समय पर दारू नहीं मिलना, कलेजा ठंढ़ा होना यानि पैग गले से नीचे उतारना

Bihar News: बिहार के सरकारी स्कूल की पढ़ाई: हाथ-पैर फूलना मतलब समय पर दारू नहीं मिलना, कलेजा ठंढ़ा होना यानि पैग गले से नीचे उतारना

MOTIHARI: बिहार के सरकारी स्कूल में बच्चों को हिन्दी की जबरदस्त शिक्षा दी जा रही है. स्कूल के छोटे बच्चों को महिला टीचर पढ़ा रही है- हाथ-पैर फूलना मतलब समय पर दारू नहीं मिलना, कलेजा ठंढ़ा होना मतलब एक पैग गले से नीचे उतारना. नेकी कर दरिया में डाल यानि दोस्तों को फ्री में शराब पिलाना. सरकारी स्कूल में चौथी क्लास के बच्चे को हिन्दी के मुहावरों का मतलब ऐसे ही समझाया जा रहा है. सरकारी टीचर की अनोखी शिक्षा की कहानी सामने आयी है तो शिक्षा विभाग में खलबली मच गयी है.


बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के ढाका प्रखंड के जमुआ मध्य विद्यालय में चौथी क्लास के बच्चों को महिला टीचर ऐसी ही शिक्षा दे रही है. महिला टीचर ने बकायदा ब्लैक बोर्ड पर लिख कर बच्चों को शराब के सहारे हिन्दी के मुहावरों का अर्थ समझाया. ब्लैक बोर्ड की तस्वीर वायरल हो गयी तो हंगामा मच गया है. शराबबंदी वाले राज्य में चौथी क्लास के बच्चों को ये दारू, पैग औऱ जाम की शिक्षा दी जा है.


शिक्षा विभाग में खलबली

ढाका के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने इस वाकये की पुष्टि की है. उन्होंने स्वीकारा है कि जमुआ मध्य विद्यालय में छात्रों को हिंदी की पढ़ाई के दौरान ब्लैक बोर्ड पर शराब के सहारे मुहावरों का अर्थ समझाया गया. बच्चों को पढ़ाया गया कि हाथ पैर फूलने का मतलब होता है समय पर दारू का नही मिलना. कालेज ठंडा होना मतलब एक पैग गले के नीचे उतारना. नेकी कर दरिया में डाल का मतलब होता है फ्री में दोस्तो को पिलाना.


ढाका के प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी अखिलेश कुमार ने बताया कि जमुआ मध्य विद्यालय की टीचर विनीता कुमारी ने ये करतूत की है. उन्होने यह भी बताया कि ब्लैक बोर्ड पर शराब का उदाहरण देकर पढ़ाई करवाने वाली शिक्षिका विनीता ने इनसे फोन पर मैसेज कर माफी मांगी है. लेकिन उनसे लिखित स्पष्टीकरण की मांग की है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने शिक्षिका को भेजे गये पत्र में कहा है कि ऐसी पढाई की जानकारी मिलने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी भी काफी असहज महसूस कर रहे हैं.


शिक्षिका से सर्टिफिकेट मांगा गया

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बच्चों को ऐसी पढ़ाई पढ़ाने वाली शिक्षिका से न सिर्फ स्पष्टीकरण मांगा है बल्कि उनकी पढ़ाई-लिखाई का सर्टिफिकेट भी मांगा है. इसके साथ ही उनसे ये भी बताने को कहा गया है कि बच्चों को स्कूल में क्या पढाया जाता है. फर्स्ट बिहार की टीम ने जमुआ मध्य विद्यालय के प्रधानध्यापिका  सुलेखा झा से बात किया तो उन्होंने भी बोर्ड पर शराब की पढ़ाई की बात को सही  बताते हुए अपना दुखड़ा सुनाया. सुलेखा झा के मुताबिक चौथी क्लास के बच्चों को शराब की पढ़ाई पढ़ाई गई है.


उधर, जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार ने शराब की पढ़ाई करवाने वाली महिला शिक्षिका का नाम बताते हुए कहा कि ''विनीता कुमारी नाम की शिक्षिका के द्वारा यह पाठ पढ़ाया गया है. उनसे सभी शैक्षणिक एवं अन्य प्रमाण पत्र के साथ स्पष्टीकरण की मांग की गई है. फर्स्ट बिहार ने आरोपी शिक्षिका से उनका पक्ष जानने के लिए फोन किया पर उनसे सम्पर्क नही हो सका है.

रिपोर्ट- सोहराब आलम