नालंदा जहरीली शराब कांड : चिराग ने भी खोला मोर्चा, कहा.. एसी के बंद कमरे में दिलाते हैं शपथ, ये मौत नहीं हत्या है

1st Bihar Published by: Updated Sun, 16 Jan 2022 01:56:26 PM IST

नालंदा जहरीली शराब कांड : चिराग ने भी खोला मोर्चा, कहा.. एसी के बंद कमरे में दिलाते हैं शपथ, ये मौत नहीं हत्या है

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PATNA : नालंदा में जहरीली शराब से हुई मौत मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार घिरते जा रहे हैं. उनकी शराबबंदी पर सवाल उठ रहे हैं, सवाल उनके गठबंधन के नेता भी कर रहे हैं. अब जमुई से सांसद चिराग पासवान का भी इस पर बड़ा बयान सामने आया है. चिराग पासवान ने कहा कि जब मुख्यमंत्री के गृहजिला की ऐसी हालत है जहां, शासन-प्रशासन इतना चुस्त-दुरुस्त रहता है तो और जिलों का क्या हाल होगा समझ ही सकते हैं.


चिराग पासवान ने कहा कि नालंदा मुख्यमंत्री का गृह जिला है माना जाता है. वहां संभवत शासन प्रशासन का तंत्र इतना मजबूत रहता है, तो कम से कम वहां ऐसी घटनाएं नहीं होंगी. लेकिन अगर वहां ऐसी घटना होती है तो सहज ही इसका अंदाजा लगाया जा सकता है कि अवैध शराब का कारोबार कितनी मजबूती से अपनी जड़ों को मजबूत कर चुका है.


चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री जी को अभी चीजों को अंदाजा नहीं है. ये पीड़ित परिवार से मिलने नहीं जाते हैं. यह किसी पीड़ित परिवार से मिलेंगे तब तो समझ में आएगा कि जहरीली शराब का कारोबार कितनी मजबूती से अपनी जड़ों को मजबूत कर चुका है. बिहार के हर जिले और प्रखंड में ही नहीं बल्कि पंचायत तक में शासन प्रशासन की नाक के नीचे ही सारे कारनामे हो रहे हैं. बड़े बड़े अधिकारी इसमें मिले हुए हैं, इस पर नीतीश कुमार कुछ नहीं बोलते. इसलिए जहरीली शराब से जो मौत होती है उसे मैं सीधे हत्या कहता हूं. बंद एयर कंडीशंड कमरे में बैठकर शपथ दिलाते हैं यह मौत नहीं हत्या है.


चिराग पासवान ने यह भी कहा कि मैं शराबबंदी कानून का विरोध नहीं करता, बल्कि शराबंदी कानून की आड़ में जो गरीबों को प्रताड़ित किया जाता है उसका मैं विरोध करता हूं. शराबबंदी कानून के साथ ही जो भ्रष्टाचार बढ़ गया है, मैं उसका विरोध करता हूं. मैं विरोध करता हूं शराबबंदी के आड़ में निर्दोषों को प्रताड़ित किया जाता है उनको जेल में डाला जाता है.


वहीं उत्तर प्रदेश में बीजेपी और जेडीयू के गठबंधन के सवाल पर चिराग पासवान ने कहा कि यूपी में बीजेपी कभी नीतीश कुमार का साथ नहीं लेगी. जिस पार्टी का जनाधार बिहार में नहीं है. 15 साल में जो मुख्यमंत्री बिहार में हो और उनकी पार्टी बिहार में तीसरी नंबर की पार्टी बन जाती है. उनको क्यों उत्तर प्रदेश में बीजेपी साथ रखेगी.