Bihar Election 2025 : चिराग पासवान ने राजू तिवारी को बनाया LJP(R) विधायक दल का नेता, बिहार में 19 सीटों की जीत से बढ़ा राजनीतिक कद Bihar Election Result 2025: मोदी-नीतीश की जोड़ी हुई हीट फिर भी बड़े अंतर से चुनाव हार गए मंत्री जी; जानिए आखिर ऐसा क्यों हुआ Life Style: अगर आपकी त्वचा पर दिख रही हैं ये समस्याएं, तो सतर्क हो जाइए! वरना हो सकती है किडनी की बीमारी Bihar Election Results : बिहार में इन दो नेताओं की किस्मत चमकाने की तैयारी! अमित शाह ने किया है बड़ा वादा—भाजपा बनाएगी ‘बड़ा आदमी’ Bihar Election 2025 : बीजेपी का 88% स्ट्राइक रेट, जानें एनडीए और महागठबंधन की सभी पार्टियों की सफलता दर Bihar politics: बिहार चुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी की क्यों हुई इंटरनेशनल दुर्गति? जनसुराज के बड़े नेता ने बताई वजह Bihar politics: बिहार चुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी की क्यों हुई इंटरनेशनल दुर्गति? जनसुराज के बड़े नेता ने बताई वजह Gen Z Candidates: बिहार में Gen Z कैंडिडेट ने बदला चुनावी समीकरण, जानें युवा चेहरों का क्या रहा हाल government formation bihar : बिहार में नई सरकार की आहट तेज: नीतीश कुमार ने विधायकों को पटना बुलाया, इस दिन की बैठक से निकल सकते हैं बड़े फैसले Bihar Election Result 2025: नीतीश के मास्टरस्ट्रोक में कैसे उलझे तेजस्वी, JDU को मिली को एक करोड़ से अधिक वोट; समझिए क्या है इसके मायने
1st Bihar Published by: Updated Tue, 22 Mar 2022 08:19:00 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में प्रदूषण की मात्रा लगातार बढ़ती जा रही है। बिहार में वायु प्रदूषण की स्थिति कितनी ज्यादा खराब है, इसका अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि सबसे ज्यादा प्रदूषण वाले टॉप दस शहरों में छह शहर बिहार के हैं। जबकि, चार शहर एनसीआर के शहरों के हैं। सीवान और मुंगेर पहले और दूसरे नंबर पर हैं। जबकि, गाजियाबाद तीसरे और दिल्ली पांचवे स्थान पर है।
राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के बाद बिहार में सबसे ज्यादा तेजी से प्रदूषण बढ़ रहा है। विज्ञान एवं पर्यावरण केन्द्र (सीएसई) द्वारा जारी हालिया रिपोर्ट का दावा है कि इस बार जाड़े के समय बिहार के सीवान जिला प्रदूषण के मामले में नंबर एक पर रहा है। यहां पर प्रदूषण का स्तर गाजियाबाद से भी ज्यादा दर्ज किया गया है।
देश भर में सबसे ज्यादा प्रदूषण के लिए दिल्ली-एनसीआर का नाम लिया जाता है। लेकिन, अब बिहार के शहर इस मामले में दिल्ली-एनसीआर को पछाड़ते दिख रहे हैं। सीएसई ने देश भर के शहरों के लिए केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जारी प्रदूषण डाटा का विश्लेषण करके प्रदूषण की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की है।
15 अक्तूबर 2021 से 28 फरवरी 2022 के बीच इन शहरों में मौजूद प्रदूषण के डाटा से पता चलता है कि बिहार की स्थिति प्रदूषण के मामले में बेहद खराब है। यहां की हवा में प्रदूषण का स्तर दिल्ली-एनसीआर के शहरों से भी ज्यादा है। यहां तक कि बिहार के सीवान और मुंगेर जैसे शहर भी प्रदूषण के मामले में गाजियाबाद को पीछे छोड़ रहे हैं। उपरोक्त अवधि के दौरान गाजियाबाद में प्रदूषण का औसत स्तर 178 रहा था। जबकि, सीवान का स्तर 187 और मुंगेर का 182 रहा था।