PATNA : बिहार के लोग अभी कोरोना वायरस से पूरी तरह उबरे भी नहीं हैं कि ब्लैक फंगस के आतंक ने दहशत का माहौल बना दिया है. राजधानी पटना में फिर ब्लैक फंगस यानी म्यूकर माइकोसिस के पांच और संक्रमित मिले हैं. इनमें चार पटना और एक मरीज मुजफ्फरपुर का रहने वाला है. इससे पहले पटना एम्स में तीन मरीज मिले थे. एम्स के नोडल अफसर डॉ. संजीव कुमार के मुताबिक शुक्रवार को जो तीन मरीज भर्ती हुए हैं, उनकी उम्र 30 से 45 के बीच हैं. इनमें दो शुगर से पीड़ित थे. एम्स में अबतक ब्लैक फंगस के 10 मरीज भर्ती हो चुके हैं.
इसके पहले IGIMS में दो और पारस हॉस्पिटल में भी दो मरीज भर्ती हुए थे. रूबन मेमोरियल में भी दो मरीज भर्ती हैं. इनमें एक महिला और एक पुरुष है. डॉक्टरों का कहना है कि अभी इस बीमारी की दवा नहीं मिल रही है. उधर नेत्र रोग विशेषज्ञों के प्राइवेट क्लिनिकों में भी कोरोना से ठीक होने के बाद रोशनी कम होने की शिकायत लेकर प्रतिदिन मरीज पहुंच रहे हैं.
ब्लैक फंगस के लक्षण
- चेहरे के एक हिस्से में सूजन और आंखाें का बंद हाेना.
- नाक बंद हाेना, नाक के नजदीक सूजन.
- मसूड़ाें में सूजन, पस पड़ना, दांताें का ढीला हाेना.
- तालू की हड्डी का काला हाे जाना, आंखें लाल हाेना, राेशनी कम हाेना.
ब्लैक फंगस से बचाव के उपाय
- कोरोना संक्रमित डॉक्टरों के परामर्श बना रहे.
- कुशल चिकित्सक के परामर्श के बिना खुद से स्टेरॉयड नहीं लें.
- नियमित शुगर स्तर की जांच कराते रहें.
- कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले विशेष सावधानी बरतें.
- डेक्सोना जैसी दवाओं के हाई डोज का इस्तेमाल चिकित्सक की सलाह पर करें.
- AC कल्चर से तत्काल दूर हो जाएं.
- नमी और डस्ट वाली जगहों पर नहीं जाएं.
- ऑक्सीजन पर होने से पाइप बदलते रहें.
- मास्क के साथ पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहने.