बिहार के सियासत की बड़ी खबर : हो गया तय ! बढ़ी सियासी हलचल के बीच CM नीतीश जाएंगे राजभवन

बिहार के सियासत की बड़ी खबर :  हो गया तय ! बढ़ी सियासी हलचल के बीच CM नीतीश जाएंगे राजभवन

PATNA : बिहार में नीतीश कुमार और लालू यादव को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि कभी भी दोनों की सियासी दोस्ती टूट सकती है। इस बात की जोरों से चर्चा हो रही है कि कभी भी एनडीए में जदयू की वापसी का ऐलान हो सकता है। बिहार में तेजी से घट रहे सियासी घटनाक्रमों के बीच भाजपा नेतृत्व ने राज्य के प्रमुख नेताओं को दिल्ली बुलाकर उनके साथ विचार-विमर्श किया। ऐसे में इस बढ़ती हुई सियासी हलचल के बीच जो सबसे बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। उसके बाद नीतीश कुमार कुछ देर बाद राजभवन जा सकते हैं। 


मिली जानकारी के अनुसार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोपहर 3.30 बजे राजभवन जायेंगे। राजभवन में गणतंत्र दिवस के मौके पर आयोजित स्वागत समारोह में शामिल करने के लिए जाएंगे। इससे पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर अपने सरकारी आवास पर झंडोत्तोलन किया। उन्होंने स्कूली बच्चों के बीच जलेबी भी बांटी। गांधी मैदान में राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर के झंडोतोलन में शिरकत करने के बाद अपने आवास लौट गए।


वहीं, दिल्ली से पटना रवाना होने के पहले सुशील कुमार मोदी ने पत्रकारों से बात की। उनसे सवाल पूछा गया कि कल की बैठक में क्या बात हुई। इस पर सुशील मोदी ने कहा कि कल की बैठक में लोकसभा चुनाव पर चर्चा हुई बगैर किसी सवाल के धारा प्रवाह बोलते हुए सुशील मोदी ने कहा कि जहां तक नीतीश कुमार जेडीयू का सवाल है तो राजनीति में हमेशा दरवाजा बंद नहीं रहता है। जो दरवाजा बंद किया जाता है आवश्यकता पड़ने पर वह खुल भी सकता है। अब खुलेगा या नहीं खुलेगा या क्या होगा, इस पर मैं कुछ नहीं कर सकता। केंद्रीय नेतृत्व इन चीजों को तय करता है, लेकिन बंद दरवाजे राजनीति में जरूर के हिसाब से खुलती भी हैं।


उधर, इससे पहले गुरुवार को सुशील मोदी ने कहा था कि राज्यों में गठबंधन या सीट शेयरिंग पर अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व लेता है। अगर नीतीश कुमार को एनडीए में लाने का निर्णय ऊपर से हो जाता है तो प्रदेश बीजेपी के इसे स्वीकार करना पड़ेगा। शुक्रवार को उन्होंने उससे एक कदम आगे की बात कह दी।