क्या बिहार में नर्वस नाइंटीज का शिकार होगा कोरोना? या फिर जल्द लगेगी सेंचुरी

क्या बिहार में नर्वस नाइंटीज का शिकार होगा कोरोना? या फिर जल्द लगेगी सेंचुरी

PATNA : बिहार में कोरोना मरीजों के आंकड़ों में एकाएक उछाल आया है। रविवार को बिहार के अंदर कुल 10 कोरोना केस सामने आए जिसके बाद आंकड़ा उछलकर एकाएक 96 पर पहुंच गया है। ऐसे में यह सवाल भी उठना शुरू हो गया है कि क्या जिस नर्वस नाइंटीज का शिकार अक्सर क्रिकेट के मैदान में बड़े प्लेयर्स होते रहे हैं बिहार में कोरोना भी उसका शिकार बनेगा? बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की सेंचुरी लगने में केवल चार का आंकड़ा बचा हुआ है और हालात देखकर ऐसा नहीं लगता कि पॉजिटिव मरीजों की संख्या यहीं रुकने वाली है। बिहार के 14 जिलों में अब तक कोरोना का संक्रमण फैल चुका है। 


देश के अंदर आज लॉकडाउन से आंशिक राहत दी जा रही है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस हफ्ते को कोरोना संक्रमण से लड़ाई के लिए सबसे महत्वपूर्ण बताया था उसी हफ्ते के अंदर बिहार में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव के सामने आए हैं। बिहार के लिए इससे दुखद पहलू कुछ नहीं हो सकता। बिहार के जिन जिलों में कोरोना का संक्रमण शुरुआती दौर में देखने को नहीं मिला आज वहां लगातार नए मामले सामने आ रहे हैं। बक्सर, वैशाली और भोजपुर ऐसे ही जिले हैं जबकि पटना और मुंगेर जैसे जिलों में टूट चुका कोरोना का चेन एक बाहर फिर नए सिरे से बनता दिख रहा है। बिहार के जिन नए जिलों में कोरोना के मामले सामने आए हैं उनमें बक्सर के अंदर चार वैशाली में एक और आरा में भी एक केस शामिल है। वैशाली में कोरोना पॉजिटिव की मौत हो चुकी है। 


बिहार में कोरोना की रफ्तार बताती है कि जल्द ही वह सेंचुरी लगा लेगा। अब तक बिहार के अंदर 2 मरीजों की मौत कोरोना वायरस के कारण हुई है। सरकार लगातार स्क्रीनिंग का काम करवा रही है। अब तक 33 लाख से ज्यादा घरों की स्क्रीनिंग कराई गई है और सरकार का दावा है कि एक करोड़ 85 लाख से ज्यादा लोग इसके दायरे में हैं। सरकार के लिए इसलिए भी चुनौती बढ़ जाती है क्योंकि आज से लॉकडाउन में रियायतों कि शुरुआत हो रही है। अगर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं किया गया तो संक्रमण और तेजी से बढ़ सकता है।