सावधान हो जायें बिहार के शराबी, सड़क पर उतरने वाला हैं शराब पकड़ने वाले कुत्तों का दस्ता, डॉग स्क्वायड की खास ट्रेनिंग हुई पूरी

सावधान हो जायें बिहार के शराबी, सड़क पर उतरने वाला हैं शराब पकड़ने वाले कुत्तों का दस्ता, डॉग स्क्वायड की खास ट्रेनिंग हुई पूरी

PATNA: शराबबंदी के बावजूद बिहार में पैग चढाने वालों पर गाज गिराने की नयी व्यवस्था हो गयी है. शराबियों की पहचान के लिए बिहार पुलिस का खास डॉग स्क्वायड तैयार हो गया है. तेलंगाना के हैदराबाद में बिहार पुलिस के डॉग स्क्वायड की ट्रेनिंग पूरी हो गयी है. अब उन्हें सड़क पर उतारने की तैयारी की जा रही है.

बिहार पुलिस ने करवायी कुत्तों की स्पेशल ट्रेनिंग

तेलंगाना के हैदराबाद में पुलिस की Integrated Intelligence Training Academy (IITA) है जहां स्निफर डॉग को ट्रेनिंग दी जाती है. देश के सभी राज्यों की पुलिस के साथ साथ केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के डॉग स्क्वायड की ट्रेनिंग वहीं होती है. एकेडमी के अधिकारियों के मुताबिक उनके यहां कुत्तों को अमूमन विस्फोटक पदार्थ की पहचान करने की ट्रेनिंग दी जाती है. इसके अलावा उन्हें अपराध से संबंधित दूसरे ट्रेनिंग भी दी जाती रही है. लेकिन 8 महीने पहले बिहार पुलिस की ओर से अलग डिमांड की गयी. बिहार की पुलिस ने कुत्तों को शराब पकड़ने की ट्रेनिंग देने की मांग की.

बिहार पुलिस की फरमाइश के बाद ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट में शराब पकड़ने के लिए कुत्तों को प्रशिक्षित करने की अलग व्यवस्था की गयी. बिहार पुलिस के 20 कुत्तों के दस्ते को पूरे 8 महीने तक इसकी खास ट्रेनिंग दी गयी. अब ये कुत्ते दूर से ही शराब की गंध पहचान लेते हैं. वे न सिर्फ शराब की बोतलों को पकड़ सकते हैं बल्कि शराब पीकर जा रहे आदमी की भी पहचान कर सकते हैं. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद एकेडमी ने इन कुत्तों को बिहार पुलिस को सौंप दिया है.

दो सप्ताह में सड़क पर दिखेंगे शराब पकडने वाले कुत्ते

बिहार पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शराब पकड़ने के लिए खास तौर पर प्रशिक्षित किये गये डॉग स्क्वायड को जल्द ही पटना लाया जायेगा. अगले महीने से उन्हें सड़क पर उतारने की तैयारी की जा रही है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस डॉग स्क्वायड को रोड पर वाहन चेकिंग के दौरान साथ रखा जायेगा. वहीं,  शराब पकड़ने के लिए की जाने वाली छापेमारी में भी ले जाया जायेगा. शराब के अवैध कारोबार में लगे लोग कई दफे ऐसी जमीन के नीचे मिट्टी में बोतलों को दबा देते हैं. वहीं दीवार और फर्श के नीचे तहखाना बनाकर भी शराब की बोतलें छिपायी जाती है. शराब पकड़ने वाले कुत्ते ऐसी जगहों पर छिपायी गयी बोतल को तुरंत पकड़ लेंगे.