PATNA : बिहार में मानसून की एंट्री हो गई है. इस वर्ष 12 साल बाद समय से पहले मानसून ने बिहार में दस्तक दी है. मौसम विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार में दरभंगा के रास्ते दक्षिण पश्चिम मानसून का आगमन हुआ है. अगले 24 घंटे के भीतर मानसून पूरे बिहार को कवर कर लेगा.
बिहार में 12 बरस के बाद मानसून के बादल समय से पहले बरस रहे हैं. मौसम विभाग ने बताया कि इससे पहले वर्ष 2008 में समय से पहले मानसून के बादलों का प्रवेश हुआ था. 8 जून 2008 को मानसून समय से पहले बिहार में आया था. बीते बुधवार को मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था कि पूर्णिया के रास्ते 13 जून को मानसून बिहार में इंटर कर जायेगा. लेकिन अनुमान से एक दिन पहले 12 जून को ही इसकी एंट्री हो गई है.
मौसम विभाग ने ताजा अपडेट जारी करते हुए बताया कि 16 जून को मानसून राजधानी पटना में इंटर करेगा. मौसम विभाग ने वज्रपात और बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है. आपको बता दें कि प्री मानसून का असर बिहार में देखने को मिला है. कई जिलों में बारिश हुई है. मौसम विभाग ने बताया कि सत्रीय पूर्वानुमान के अनुसार बिहार में जून महीने में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है.
कृषि विभाग के उपनिदेशक अनिल कुमार झा बताते हैं कि समय पर मानसून के आगमन का इसका अनुकूल असर खेती किसानी पर पड़ता है. बिहार में खरीफ फसल की पैदावार 2016-17 सीजन के बाद बाढ़ या सूखे के कारण काफी प्रभावित हुई है. इस बार बेहतर पैदावार की उम्मीद होगी. इस बार प्री मानसून अच्छा रहा तो समय पर बीज डाल दिए गए हैं.
25 मई से 10 जून तक पांच महीने वाले धान के लिए इस बार बारिश अच्छी हुई है. 20 जून के आसपास रोपनी का अनुकूल समय होता है. इस समय की अच्छी बारिश काफी हद तक धान की पैदावार को बेहतर बनाती है. मानसून का समय पूर्व आगमन शुभ संकेत हे. बस इसके बाद बारिश के बीच लंबा अंतराल न हो.
मौसमविदों ने बताया कि बागडोगरा में मानसून का आगमन समय से दो से तीन दिन पूर्व हुआ लेकिन वहां आकर 24 से 48 घंटों के लिए ठिठक गया. लेकिन बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में बने प्रभावी चक्रवाती परिसंचरण और राज्य भर में सतह से 9 किमी ऊपर तक पूर्वा हवा का प्रभाव बनने से राज्य में मानसून के आगमन की राह तैयार हुई.