PATNA : बिहार की सियासत तीन दिन में जितनी तेजी से बदली। वो हैरान करने वाली नहीं थी। क्योंकि बिहार में ऐसा पहली बार नहीं हो रहा था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 17 महीने बाद आरजेडी का साथ छोड़ दिया। उन्होंने रविवार को गठबंधन से अलग होने और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कहा, 'हम लोग इतनी मेहनत कर रहे थे और सारा क्रेडिट दूसरे लोग (आरजेडी) ले रहे थे। अब नए गठबंधन में जा रहे हैं। लेकिन, इन सबके बीच जो सबसे अलग रोचक चीज़ देखने को मिली वह है कि लालू यादव की पार्टी आरजेडी ने बिहार के अखबारों में बतौर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के द्वारा किए गए कामों को गिनवाया है और लिखा गया है कि आपने कहा, आपने किया और आप ही करेंगे। ऐसे में अब नई सरकार के गठन के बाद इसका पलटवार किया गया है।
दरअसल, एनडीए के साथ नई सरकार के गठन के बाद जदयू के तरफ से अखबारों में एक विज्ञापन दिया गया है। जिसमें कहा गया है कि मेरा नेता मेरा अभिमान। इसमें सीएम नीतीश कुमार के निश्चय के बारे में जानकारी दी गई है। यह विज्ञापन बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाने के वाले नेता अशोक चौधरी के तरफ से दिया गया है। जिसमें तेजस्वी के सारे कर क्रेडिट लेने वाली बातों का माकूल जवाब दिया गया है।
जदयू के तरफ से जारी इस विज्ञापन में कहा गया है कि- राज्य का बजट वर्ष 2005-₹ 23,800 करोड़ रुपये। राज्य का बजट वर्ष 2023-24-₹2,61,885.4 लाख करोड़ रुपये।अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के उत्थान हेतु वर्ष 2007 में अलग से विभाग का गठन एवं बजट का प्राव्धान, वर्ष 2023-24 में विभाग का बजट ₹1805 करोड़ रूपये। वर्ष 2007 में समाज कल्याण विभाग से अलग पिछड़ा एवं अति-पिछड़ा वगों के विकास के लिए पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का गठन एवं बजट का प्रावधान। वर्ष 2023-24 में विभाग का बजट ₹ 1787 करोड़।
इसके साथ ही साइकिल-पोशाक योजना में जलाई शिक्षा की अलखा 7 निध्य-1 एवं 7 निश्चय-2 से बदली बिहार की तस्वीर। हर घर पहुंची बिजली और स्वच्छ जल का जल। हर गांव - कस्बे तक पहुंची पक्की सड़क, पक्की नाली और गली। पंचायती राज्य एवं नगर निकाय चुनावों में महिलाओं एवं पिछड़ा वर्ग को आरक्षण। राज्य की नौकरियों में लड़कियों को आरक्षण देकर स्वावलंबी बनाया।
वर्षों की मांग के बाद अपने खर्चे पर कराया जातीय एवं आर्थिक गणना और (जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी) के तर्ज पर किया आरक्षण का प्रावधान। राज्य के 94 लाख गरीब परिवारों को मिली 2-2 लाख की आर्थिक सहायता। कृषि रोडमैप से बढ़ी उत्पादकता, बिहार को मिले 05 कृषि कर्मण पुरस्कार। गेहूं एवं चावल के उत्पादन में हुई रिकॉर्ड वृद्धि। वर्ष 2020 में युवाओं को 10 लाख नौकरी और रोजगार देने का वादा। अब तक तकरीबन 5 लाख युवाओं को विभिन्न विभागों में मिली नौकरी, Startup को बढ़ावा मिलने से बड़े रोजगार। बिहार की जनता धन्यवाद अतिती है विकास समर्थन है। मंत्री नीतीश कुमार जी को जिन्होंने सितार के जना और प्रयासों के लिए हम है।
मालूम हो कि, इससे पहले राजद के तरफ से अखबारों में छपे इस विज्ञापन में तेजस्वी के सरकार में रहने के दौरान किए गए कामों को दर्शाया गया था । इस विज्ञापन में 4 लाख नौकरियां, लाखों नौकरियों की प्रक्रिया, जातिगत सर्वे, 75 फीसदी आरक्षण की सीमा, नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दौरा, शहरों में वॉटर ड्रेनेज सिस्टिम, सड़कों, पुलों, बाईपास का निर्माण, मेडल लाओ नौकरी पाओ योजना, टूरिज्म, स्पोर्टस और आईटी पॉलिसी, टोला सेवक, विकास मित्र, शिक्षा मित्र, तालीमी मरकज का मानदेय बढ़ाने और विकास और बड़े-बड़े प्रोजेक्ट के लिए उन्हें धन्यवाद दिया गया है।
उधर, तेजस्वी के पोस्टर पर उसी दिन जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने पलटवार करते हुए कहा था कि , नीतीश कुमार ने शासन के साथ कोई समझौता नहीं किया. आरजेडी इस बात से आहत है कि नीतीश कुमार ने बड़ी संख्या में नियुक्तियां कीं लेकिन किसी को गड़बड़ी नहीं करने दिया। उन्होंने कहा, जब पोस्टिंग की बात आती है तो कोई खेल नहीं हुआ, कोई गुप्त लेन-देन नहीं किया गया। हमने एक रास्ता खोजा और शासन के साथ कोई समझौता नहीं किया। नीरज कुमार ने कहा, ये फर्जीवाड़ा कर रहे हैं, महागठबंधन को काम का क्रेडिट है तो कांग्रेस और लेफ्ट कहां है। नौकरी में वो सेटिंग चाहते थे और आरजेडी के मंत्री लगातार धार्मिक टिप्पणी कर रहे थे।