PATNA : आज के समय में लोग बहुत कम पैदल यात्रा करते हैं. कहीं भी जाने के लिए ज्यादातर लोग गाड़ी का उपयोग करते हैं. इसलिए यह उनकी मुख्य आवश्यकता हो गई है. लेकिन लोग गाड़ियां तो लोग खरीद लेते हैं, पर उन्हें गाड़ी चलाना नहीं आता. बिहार सरकार अब उनकी परेशानी को दूर करने जा रही है क्योंकि राज्य के सभी 38 जिलों में ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोलने की तैयारी हो रही है.
मंगलवार को परिवहन विभाग मंत्री शीला कुमारी की अध्यक्षता और परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल की उपस्थिति में हुई विभागीय समीक्षा बैठक में यह बड़ा निर्णय लिया गया है. इस दौरान कोरोना काल में बेहतर कार्य करने वाले परिवहन विभाग के पदाधिकारी और कर्मी सम्मानित भी किये गए.
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बिहार के सभी जिलों में ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खुलेगा, जहां लोगों को गाड़ी चलाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत अब तक 30051 लोगों को रोजगार मिला है और अगले अगले तीन माह में 12500 और लोगों को रोजगार मिलेगा.
परिवहन मंत्री शीला कुमारी की अध्यक्षता में मंगलवार को विश्वेशवरैया भवन, सभागार में विभागीय समीक्षा बैठक की गई. इस मीटिंग में मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना, ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल, सिमुलेटर स्कीम, बस स्टाॅप, आरसी/डीएल और रोड सेफ्टी से संबंधित विषयों पर बिंदुवार समीक्षा की गई. विभाग द्वारा पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विषयवार प्रस्तुति की गई.
परिवहन विभाग मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि परिवहन विभाग वर्तमान समय की मांग के अनुसार चुनौतियों को स्वीकार करते हुए सतत प्रगति के पथ पर अग्रसर है. आने वाले समय में परिवहन विभाग द्वारा और भी जनोपयोगी योजनाओं को लागू किया जाएगा.
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बीच परिवहन विभाग के अधिकारियों, पदाधिकारियों और कर्मियों ने पूरी तत्परता, लगन और मेहनत के साथ कार्य किया, जो अत्यंत सराहनीय है.