NAWADA: पुलिस कस्टडी में युवक की मौत पर एक्शन, थानाध्यक्ष सहित 4 पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज जयमाला के दौरान हर्ष फायरिंग: गोली लगने से दुल्हन के फुफेरे भाई की दर्दनाक मौत बिहार फ़िल्म सिटी परियोजना में निवेशकों ने दिखाई दिलचस्पी, मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अहम बैठक पश्चिम चंपारण में 2 नाव की टक्कर: गंडक नदी में नाव पलटने से 15 लोग डूबे, 2 बच्चियां लापता GOPALGANJ: भाजपा नेता की पत्नी को मिली धमकी, BJP MLC गप्पू सिंह पर गंभीर आरोप Bihar News: बिहार में किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार का बड़ा कदम, राज्य के इन फार्मर्स को मिलेगा बड़ा फायदा Bihar News: बिहार में किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार का बड़ा कदम, राज्य के इन फार्मर्स को मिलेगा बड़ा फायदा सुपौल के पिपरा नगर पंचायत में भ्रष्टाचार का बोलबाला, सड़क पर उतरे लोगों ने किया प्रदर्शन Bihar News: बिहार में BSRTC के बेड़े में बढ़ेगी CNG बसों की संख्या, परिवहन विभाग की बैठक में मंत्री ने दिए निर्देश Bihar News: बिहार में BSRTC के बेड़े में बढ़ेगी CNG बसों की संख्या, परिवहन विभाग की बैठक में मंत्री ने दिए निर्देश
1st Bihar Published by: Updated Wed, 06 Oct 2021 10:31:23 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बालू के अवैध खनन में संलिप्त पाए जाने के बाद निलंबित चल रहे खान एवं भूतत्व विभाग के सहायक निदेशक संजय कुमार के दो ठिकानों पर आर्थिक अपराध ईकाई की टीम ने छापेमारी की है. संजय कुमार से जुड़े करोड़ों रुपये की संपत्ति का खुलासा किया गया है. पटना के मशहूर खेतान मार्केट में कपड़े की दुकान और आर्या रोड स्थित मेडिकल दुकान में ईओयू की टीम ने रेड मारा है.
गौरतलब हो कि बिहार में बालू के अवैध खनन मामले में कई अफसरों पर गाज गिरी थी. कई अधिकारियों को फील्ड से हटाकर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था. इसी मामले में बिहार के खान एवं भूतत्व विभाग के सहायक निदेशक संजय कुमार और चार खनन विकास पदाधिकारियों पर गाज गिरी थी. सरकार ने खान एवं भूतत्व विभाग के सहायक निदेशक संजय कुमार, खनिज विकास पदाधिकारी प्रमोद कुमार, सुरेंद्र सिन्हा, राजेश कुशवाहा और मुकेश कुमार को निलंबित कर दिया था.
इस मामले में ईओयू की टीम ने आय से अधिक संपत्ति मामले में केस दर्ज किया था. बुधवार की सुबह इसी केस में सहायक निदेशक संजय कुमार के मेडिकल शॉप और खेतान मार्केट स्थित खुशी लहंगा स्टोर पर छापेमारी की गई है. इसमें करोड़ों की चल-अचल सम्पत्ति के सबूत मिले हैं. सुत्रों की मानें तो सहायक अभियंता बालू माफियाओं से डायरेक्ट तौर पर जुड़े थे और मोटी रकम वसूली करते थे.