PATNA : बिहार में वायरल बुखार बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। वायरल बुखार के मामले इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं कि अब राज्य सरकार अलर्ट बोर्ड में आ गई है। प्रदेश के अंदर बच्चों में वायरल बुखार के बढ़ते मामलों को लेकर सभी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, जिला अस्पतालों और प्राथमिक चिकित्सा अस्पतालों को अलर्ट किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों के स्वास्थ्य में हो रहे बदलाव को गंभीरता से लेने और उनके इलाज को प्राथमिकता में शामिल करने का निर्देश दिया है। इतना ही नहीं सरकार ने विशेषज्ञ डॉक्टरों की तीन टीमों को मुजफ्फरपुर, गोपालगंज और सीवान भेजा गया है।
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह के मुताबिक बच्चों के वायरल बुखार, सर्दी-खांसी, न्यूमोनिया से संबंधित कई मामले अस्पतालों में आए हैं। इसको लेकर सभी जिलों के सरकारी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। डॉक्टरों को ड्यूटी के दौरान मौजूद रहने की हिदायत दी गयी है। पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गोपालगंज, सीवान, वैशाली और अन्य जिलों में भी बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने से स्वास्थ्य व्यवस्था को अलर्ट किया गया है।
जांच में सामने आया है कि बच्चे निमोनिया और अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं। श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल, मुजफ्फरपुर में भर्ती 30 बच्चों में निमोनिया के लक्षण हैं। सभी बच्चे सामान्य इलाज से ठीक हो रहे हैं। इसके अलावा 75 बच्चे मुजफ्फरपुर के निजी अस्पताल में भर्ती हैं। ये बच्चे अलग-अलग बीमारियों की शिकायत लेकर अस्पताल आए थे। इनमें से कुछ बच्चों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। पीएमसीएच में भर्ती 122 बच्चों में से 13 को ही निमोनिया है। बाकी बच्चे पेट दर्द, टीबी, डिहाइड्रेशन, हेपेटाइटिस, हार्ट और किडनी की समस्या से पीड़ित हैं। एनएमसीएच में 18 बच्चे निमोनिया से प्रभावित हैं।