PATNA : नीतीश कैबिनेट में बीजेपी कोटे से शामिल मंत्री रामसूरत राय ने थोड़े दिनों पहले ही यह आशंका जताई थी कि सीमांचल के इलाके में घुसपैठ कर फर्जी दस्तावेज बनवाए जा रहे हैं। मंत्री रामसूरत राय के इस बयान को लेकर काफी हो-हल्ला मचा था। दरअसल बीजेपी कोटे से मंत्री रामसूरत राय का यह बयान जेडीयू के नेताओं को ही रास नहीं आया था।
मंत्री रामसूरत राय के बयान पर जेडीयू एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी ने सख्त ऐतराज जताते हुए कहा था कि बिहार में घुसपैठ की बात बिल्कुल आधारहीन है। तब इस मामले को लेकर सियासत भी खूब गर्म हुई थी लेकिन अब दिल्ली से जिस आतंकी को गिरफ्तार किया गया है, उसे लेकर जो खुलासे सामने आ रहे हैं। उसके बाद बीजेपी कोटे से मंत्री रामसूरत राय की आशंका सच साबित हुई है।
दरअसल दिल्ली की स्पेशल सेल ने मो अशरफ नाम के जैसे आतंकी को गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ में कई अहम खुलासे हो रहे हैं। मो अशरफ बांग्लादेश होते हुए बिहार आया था। उसने किशनगंज में सबसे पहला भारतीय आईडी बनवाया था। इसके लिए उसने उस किशनगंज के युवाओं से दोस्ती की और फिर उसके बाद एक सरपंच की मदद से पहला भारतीय पहचान पत्र बनवाया।
इसी पहचान पत्र के आधार पर उसने दिल्ली में अपना पहचान पत्र बनवाया और फिर वैशाली में एक तलाकशुदा महिला से शादी की। आतंकी मो अशरफ पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई तक महत्वपूर्ण जानकारियां पहुंचाता था। वह एक स्लीपर सेल के मेंबर के तौर पर काम कर रहा था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जब उसे की गिरफ्तारी की उसके बाद यह बात सामने आई थी कि उसने बिहार से एंट्री ली और यहीं पर पहली बार उसने भारतीय आईडी बनवाया।
आतंकी मो अशरफ के बारे में जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक इस साल 2009 के अंत में वह आतंकी घटनाओं की साजिश रचने के लिए जम्मू-कश्मीर भी गया था। अशरफ सेना से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी आईएसआई को देता था। अपने हैंडलर को जानकारी भेजने के लिए उसने जीमेल के ड्राफ्ट में मेल सेव करने का पैटर्न रखा था। दूसरी तरफ से जीमेल के ड्राफ्ट में सेव जानकारी आईएसआई के एजेंट देख लेते थे।
आतंकी अशरफ को लेकर जो जानकारियां सामने आई हैं। उसके बाद बिहार पुलिस के होश उड़े हुए हैं। बिहार पुलिस के अधिकारी इस बात का भरोसा दे रहे हैं कि दिल्ली पुलिस को जांच में पूरा सहयोग किया जाएगा। किशनगंज के एसपी कुमार आशीष ने कहा है कि दिल्ली में गिरफ्तार आतंकी का साल 2014 में किशनगंज के पते पर बनवाए गए।
पासपोर्ट के मामले में पुलिस जांच कर सकती है। हालांकि इस मामले में वह ज्यादा कुछ बोलने से परहेज कर रहे हैं लेकिन एक बात तय है कि बीजेपी कोटे से मंत्री भी रामसूरत राय ने जो सवाल और संदेह पैदा किए थे वह सच साबित हो गए हैं। ऐसे में अब सवाल सरकार की साख पर भी खड़ा हो गया है। देखना होगा जेडीयू इस मामले को कैसे लेता है।