BEGUSARAI : सिमरिया गंगा धाम मिथिला की गौरव स्थली है, यहां जगत जननी जानकी के नाम पर जानकी पौड़ी का निर्माण कराकर बिहार में गंगा पर्यटन की दिशा में बड़ा काम किया जा सकता है. केवल सिमरिया में सीढ़ी एवं जनसुविधा के निर्माण भर से यहां का विकास अधूरा रहेगा. कुंभ सेवा समिति की परिकल्पना है कि सिमरिया धाम में प्रवाहित गंगा की पश्चिमी धारा से एक अलग उपधारा निकाल कर स्नान एवं जल ग्रहण हेतु सुरक्षित और स्वच्छ पौड़ी का निर्माण हो, जैसा कि हरिद्वार में बना हुआ है.
विधान पार्षद और कुंभ सेवा समिति बेगूसराय के महासचिव रजनीश कुमार ने रविवार को बेगूसराय में अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि कुंभ सेवा समिति अपने सांसद और केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के प्रति आभार व्यक्त करती है कि उन्होंने सिमरिया गंगाधाम के विकास के लिए पहल और प्रयास शुरू किया है. सिमरियाधाम में हर की पौड़ी की तरह जानकी पौड़ी के निर्माण के लिए केन्द्र सरकार से प्रयास के लिए उन्होंने अक्टूबर में गिरिराज सिंह से दिल्ली कार्यालय में सम्पर्क किया था, जिस पर सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया गया था.
एमएलसी रजनीश कुमार ने कहा कि सिमरियाधाम के समग्र विकास एवं जानकी पौड़ी निर्माण के लिए बिहार सरकार मुख्यमंत्री से भी मिलकर इस पर चर्चा की है तथा विधान परिषद् में कई बार इस विषय को रखा गया है. 2011 में कुंभ के आयोजन से ही सिमरियाधाम के विकास की चर्चा जारी है. 2017 के अर्धकुंभ के उद्घाटन के अवसर पर स्वयं मुख्यमंत्री ने हरिद्वार की तर्ज पर सिमरियाधाम को विकसित करने का आश्वासन दिया था. सरकार ने भी इस विषय को संज्ञान में लेते हुए एक विस्तृत डीपीआर बनाने का निर्देश दिया है. 4 दिसंबर को बेगूसराय में हुई बैठक में डीपीआर बनानेेे के लिए समिति का गठन किया गया है.
तैयार हो रहे डीपीआर में सर्वमंगला अध्यात्म योगपीठ (सिद्धाश्रम सिमरिया), कुंभ सेवा समिति बेगूसराय, कल्पवास मेला आयोजन समिति सहित कई अन्य संस्थाओं के भी विचार समायोजित किया जाना चाहिए. उन्होेंने कहा कि इसके लिए एक बार इस तरह की सभी संस्थाओं के प्रमुख लोगों के साथ बेगूसराय के जिलाधिकारी बैठक करें, ताकि जानकी पौड़ी का एक समृद्ध स्वरूप लोगों के समक्ष आ सके.