JAMUI : बिहार में एक बार फिर से पुल धंस गया है। यहां तेज बहाब के कारण 11 पिलर ने अपनी जगह छोड़ दी है। इसके बाद इलाके का आवगमन ठप हो गया है। यह मामला जमुई से निकल कर सामने आ रहा है। यहां बरनार नदी पर बना सोने-चुरहेत काजवे पुल अचानक धंस गया। पानी की तेज बहाव के कारण पुल का तीन से दस नंबर पिलर (खंभा) क्षतिग्रस्त होकर धंस गया। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया।
वहीं, पुल धंसने की खबर से सुन इलाके के लोग यहां पहुंचे। इसके बाद प्रशासन को जानकारी दी। प्रशासन फौरन पहुंची और आवागमन पर रोक लगा दिया। फिलहाल पुल के दोनों छोर पर बैरिकैडिंग कर दी गई है। आवागमन ठप होने के कारण कई गांव के लोगों का शहर से संपर्क टूट गया है। प्रशासन के अनुसार, लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर उफान पर है। पानी की तेज बहाव के कारण पुल धंस गया।
यह पुल सोनो प्रखंड मुख्यालय को पश्चिम क्षेत्र से जोड़ती है। इससे आसपास के कई गांव का संपर्क टूट गया। वही पुल धंसने ने की सूचना पर स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंची और एहतियात बरतते हुए सोनो चुरहेत काजवे मार्ग पर परिचालन को पूरी तरह रोक दिया गया। पुल के दोनों और बेरिकेडिंग कर दी गई है। प्रशासन का कहना है कि पुल की मरम्मती का काम जल्द से जल्द करवाया जा रहा है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
इधर, स्थानीय लोगों का कहना है कि गुरुवार से मूसलाधार बारिश हो रही है। पानी के तेज बहाव के कारण बरनार नदी पर बना सोनो चुरहेत काजवे पुल का तीन से 10 पिलर नदी में धंस गया है। सूचना मिलते ही अंचलाधिकारी राजेश कुमार, थानाध्यक्ष चितरंजन कुमार व एसआई विपिन कुमार पुलिस जवानों के साथ मौके पर पहुंचे। इन्होंने क्षतिग्रस्त काजवे पुल का मुआयना किया। इसके बाद पुल पर परिचालन पूरी तरह बंद कर कर दिया गया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस पुल से कई गांवों के लोगों का आना-जाना लगा रहता है। काजवे, चुरहेत समेत अन्य गांवों के लोग प्रखंड मुख्यालय आने-जाने के लिए इसी पुल का उपयोग करते है। कई छोटे और बड़े वाहनों का भी परिचालन लगा रहता है। लेकिन पुल क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण यहां के ग्रामीणों को अब काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह पुल बालू उठाव के कारण कमजोर हुआ है।