बिहार में दारोगा और दो इंस्पेक्टर की मौत, एक और निरीक्षक कोरोना से पीड़ित, हॉस्पिटल में बेड उपलब्ध कराने की मांग

बिहार में दारोगा और दो इंस्पेक्टर की मौत, एक और निरीक्षक कोरोना से पीड़ित, हॉस्पिटल में बेड उपलब्ध कराने की मांग

PATNA : बिहार में कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है. राज्य में नेता से लेकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की भी मौत हो रही है. कई पुलिसवाले कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. पुलिसवालों की मौत भी हो रही है. अपने साथियों को खोने को लेकर पुलिस एसोसिएशन ने दुःख जताया है और जो पुलिसवाले हॉस्पिटल में भर्ती हैं, उनके उचित इलाज की व्यवस्था की मांग की है. 




बिहार पुलिस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने बिहार के डीजीपी को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने कहा है कि वर्तमान समय में कोरोना से कोरोना योद्धा पुलिसकर्मी और उनका परिवार  काफ़ी प्रभावित होकर इलाज के लिए भटक रहा है. पुलिसकर्मीयो और उनके परिवार के इलाज के लिए पुलिस मुख्यालय स्तर से हॉस्पिटल में कुछ बेड की सुविधा होनी चाहिए. 


बिहार पुलिस एसोसिएशन की ओर से लिखे गए पत्र में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि पिछले दिनों कितने पुलिसवालों की जान गई. पत्र में लिखा गया है कि रविवार को मोतिहारी के दारोगा त्रिलोकि नाथ राय और विशेष शाखा के इंस्पेक्टर जयदेव भगत की अचानक मृत्यु हो गई. सोमवार को सुबह 9:39 बजे आक्सीजन की कमी से बीमार कियूल जीआरपी इंस्पेक्टर राज किशोर प्रसाद की भी मृत्यु हो गई. 



प्रदेश अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार के लिए हॉस्पिटल में बेड की व्यवस्था करने की मांग की है, जो फिलहाल कोरोना से पीड़ित हैं और पटना स्थित AG कॉलोनी में घर पर क्वारंटीन हैं. बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार का ऑक्सीजन लेवल 84 है. पुलिस एसोसिएशन की मांग है कि मुख्यालय के किसी अधिकारी को बीमार पुलिसकर्मी के इलाज की व्यवस्था ( लाईजनिंग) के लिए तत्काल मोबाईल नंबर के साथ प्रतिनियुक्त किया जाए, जिससे आसनी से पीड़ित पुलिसवाले बात कर सके और इलाज के लिए मदद मांग सके.