PATNA : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर देश में अब तेजी से फ़ैल रही है. कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए बिहार सरकार भी अब अलर्ट मोड पर है. बीते दिन नई गाइडलाइन जारी करने के बाद शुक्रवार को कमिश्नर ने कई जिलों के डीएम को दिशानिर्देश दिए हैं. इसके अलावा प्रमंडलीय आयुक्त ने सरकारी योजनाओं को पूरी जवाबदेही से ससमय पूरा करने का भी निर्देश दिया.
शुक्रवार को प्रमंडलीय आयुक्त ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के डीएम और जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक की. पटना प्रमंडलीय आयुक्त पटना संजय कुमार अग्रवाल ने सरकार की विकासात्मक और जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रमंडल के सभी जिलों के डीएम और अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ की और जनहित के कार्यों में संवेदनशील होकर पूरी जवाबदेही से ससमय कार्य पूरा करने का निर्देश सभी अधिकारियों को दिया. साथ ही सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने तथा गुणवत्तापूर्ण कार्य ससमय पूरा करने का निर्देश दिया.
आयुक्त ने कोरोना संक्रमण के खतरा को देखते हुए जांच कार्य में तेजी लाने और लोगों को भीड़ भाड़ नहीं लगाने का आर्डर दिया. साथ ही संक्रमण के खतरे के प्रति सजग रहने, सचेत रहने और सावधान रहने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को मास्क का अनिवार्य प्रयोग करने, सैनिटाइजर का प्रयोग करने और 2 गज की सामाजिक दूरी का पालन करने का निर्देश दिया.
आपको बता दें कि बिहार में 698 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान शुक्रवार को हुई और 5 संक्रमित मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 233840 और मृतकों की संख्या 1248 हो गई. राज्य में अभी कोरोना के 5545 एक्टिव मरीज हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है.
इससे पहले गुरूवार को गृह मंत्रालय द्वारा कराई गई समीक्षा में पता चला कि पटना में 10 प्रतिशत से अधिक केस के बढ़ने का दर है. इसके अलावा बेगूसराय, वैशाली, पश्चिमी चम्पराण, सारण और जमुई में भी कोरोना संक्रमण को लेकर संवेदनशील हैं. यहां एक सप्ताह में पॉजिटिव केस बढ़े हैं। समीक्षा के बाद इन जिलों हाई अलर्ट घोषित किया गया है. इसमें पटना को सबसे अधिक संवेदनशील रखा गया है.