PATNA : मार्च के पहले हफ्ते के बाद बिहार में बिजली संकट पैदा हो सकता है। बिजली कंपनियों ने अगर एनटीपीसी का बकाया समय पर चुकता नहीं किया तो बिहार को एनटीपीसी से मिलने वाली बिजली की सप्लाई बंद हो सकती है। एनटीपीसी का बिहार की बिजली कंपनियों पर लगभग साढे छह सौ करोड़ रूपए बकाया है।
एनटीपीसी ने बकाया नहीं चुकाने पर 10 मार्च से दक्षिण बिहार की बिजली काटने की चेतावनी दे डाली है। एनटीपीसी की तरफ से दक्षिण बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक को बजाप्ता पत्र लिखकर इसकी जानकारी दे दी गई है। एनटीपीसी के रुख के बाद राजधानी पटना समेत दक्षिण बिहार के बड़े हिस्से में बिजली का संकट पैदा हो सकता है। एनटीपीसी ने अगर पावर सप्लाई बंद की तो इसका असर उत्तर बिहार समेत पूरे राज्य पर पड़ेगा। बकाया भुगतान को लेकर एनटीपीसी बिजली कंपनियों को पहले भी तीन बार रिमाइंडर भेज चुका है लेकिन बिजली कंपनियों के रवैये ने अब एनटीपीसी को चेतावनी देने पर मजबूर कर दिया है। बिजली कंपनियों पर एनटीपीसी का बकाया बनकर 633 करोड़ रुपए से ज्यादा का हो चुका है। इस बड़ी राशि में से लगभग 371 करोड के भुगतान के लिए जो समय सीमा तय की गई थी वह भी गुजर चुकी है।
एनटीपीसी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर रजनीश भगत ने कहा है कि बिहार की बिजली कंपनियों को बार-बार रिमाइंडर देने के बावजूद अब तक बकाया का भुगतान नहीं किया गया है। एनटीपीसी के कई बिजली घरों से दक्षिण बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को पावर सप्लाई की जाती है। बिजली की कीमत का भुगतान करने के लिए कंपनियों को 45 दिन की समय सीमा निर्धारित है लेकिन इसमें लगातार देरी हो रही है। एनटीपीसी को बिजली के लिए भुगतान भारत सरकार बिहार सरकार और आरबीआई के बीच हुए त्रिपक्षीय समझौते के तहत किया जाता है।