Rahul Gandhi Bihar Visit : राहुल गांधी आज आ रहे पटना, इस कार्यक्रम में होंगे शामिल; 18 दिनों में दूसरी बार कर रहे बिहार दौरा tejashwi yadav : क्रेडिट लेने वाले तेजस्वी ने आखिर मान लिया हार ! विधानसभा चुनाव से पहले कहा - हमको अब इस काम से मतलब नहीं है .... Bihar School News : ''मुंहमा पर डाल के चदरिया लहरिया लूटो हो राजा...', हेडमास्टर ने अश्लील गाने पर किया डांस, अब शिक्षा विभाग ने लिया एक्शन tejashwi yadav : सुबह-सुबह राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे नेता विपक्ष तेजस्वी यादव,जानिए अचानक गवर्नर हॉउस पहुंचने की क्या है वजह Bihar News : सरकारी दफ्तर में जाम छलकाने वाले फॉरेस्टर का अब ऑडियो हुआ वायरल, गाली-गलौज के साथ ट्रैक्टर को छोड़ने के लिए कर रहे रिश्वत की डिमांड Bihar School: सरकारी स्कूलों में भी मिलेगी प्राइवेट स्कूल जैसी सुविधा, शिक्षा विभाग ने बनाया बड़ा प्लान Anant Singh News: अनंत सिंह जेल से निकलेंगे? कोर्ट में जमानत की अर्जी पर कुछ देर में सुनवाई Pragati Yatra: CM नीतीश आज जाएंगे मुंगेर, मॉडल अस्पताल- खेल मैदान सहित करोड़ों की योजनाओं का करेंगे उद्घाटन Bihar Board Intermediate Exam 2025: इंटर परीक्षा को लेकर नई गाइडलाइन जारी, आज के एग्जाम से पहले ध्यान से पढ़ लें यह खबर Vande Bharat Express Train: खुशखबरी! पटना से हावड़ा और लखनऊ के बीच चलेगी 16 रैक वाली वंदे भारत, रेल मंत्री ने लिया फैसला
07-Feb-2021 04:22 PM
PATNA : केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ बिहार के किसानों में भी गुस्सा बढ़ रहा है. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के किसान चौपाल में बिहार के किसान अपने गुस्से का इजाहर खुल कर रहे हैं. कृषि कानूनों के खिलाफ रालोसपा का किसान चौपाल कार्यक्रम 2 फरवरी से बिहार में शुरू हो चुका है. किसान चौपाल 28 फरवरी तक लगाया जाएगा. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक, प्रदेश प्रवक्ता व महासचिव धीरज सिंह कुशवाहा, रालोसपा के कार्यकारी अधयक्ष बीके सिंह और संतोष कुशवाहा ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर इस मामले की जानकारी दी. प्रेस कांफ्रेंस में किसान प्रकोष्ठ के प्रधान महासचिव रामशरण कुशवाहा, कार्यालय प्रभारी अशोक कुशवाहा और प्रदेश महासचिव भुनेश्वर कुशवाहा भी मौजूद थे.
किसान चौपाल की जानकारी देते हुए पार्टी नेताओं ने कहा कि पूरे बिहार के किसानों में इसका बेहतर संदेश गया है और रालोसपा व कार्यकर्ता उन्हें बताने में सफल हो रहे हैं कि इन कानूनों में क्या काला है. मल्लिक और धीरज ने बताया कि इन कृषि कानूनों में सफेद कुछ भी नहीं है, सच तो यह है कि पूरा कानून ही काला है और यह अगर पूरी तरह लागू हो गया तो किसान अपने खेतों में ही मजदूरी करने के लिए मजबूर हो जाएगा.
संतोष कुशवाहा ने कहा कि वे बांका, जमुई, नवगछिया सहित कई जिलों का दौरा कर लौटे हैं और वहां किसानों में उबाल है. इन कृषि कानूनों को लेकर जल्द ही बिहार में भी किसान आंदोलन शुरू करने और सड़क पर उतरने की तैयारी कर रहा है. रालोसपा इन कानूनों की खामियों की चर्चा पार्टी के कार्यक्रम किसान चौपाल में कर रही है और किसानों व आम लोगों को बता रही है कि तीन कृषि कानून दरअसल किसानों के लिए डेथ वारंट है.