JDU विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत, बोले आनंद कुमार..वकीलों के हित के लिए सरकार कटिबद्ध, जल्द मिलेगा बीमा योजना का लाभ Building Slab Collapse: बिल्डिंग का स्लैब गिरने से 6 लोगों की मौत, कई घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Building Slab Collapse: बिल्डिंग का स्लैब गिरने से 6 लोगों की मौत, कई घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Bihar News: बिहार प्रशासनिक सेवा के 20 अधिकारियों को पटना DM के यहां तैनात किया गया, 24-25 मई को करेंगे यह काम.... Corona: दुनिया को फिर से डराने लगा कोरोना, भारत में भी तेजी से बढ़ रहे मामले; सरकार अलर्ट Corona: दुनिया को फिर से डराने लगा कोरोना, भारत में भी तेजी से बढ़ रहे मामले; सरकार अलर्ट Indian Fashion Exhibition: पटना में इस दिन लगने वाला है फैशन एग्जिबिशन, देशभर के डिजाइनर होंगे शामिल Bihar Education News: बिहार के निजी स्कूलों पर शिक्षा विभाग का शिकंजा, अब हर हाल में करना होगा यह जरूरी काम Bihar Education News: बिहार के निजी स्कूलों पर शिक्षा विभाग का शिकंजा, अब हर हाल में करना होगा यह जरूरी काम Bihar News: बिहार पुलिस की बेकाबू जीप ने बाइक सवार तीन लोगों को रौंदा, दो की हालत नाजुक
1st Bihar Published by: Updated Wed, 12 May 2021 03:57:39 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच डॉक्टर और नर्स अपनी जान की परवाह किये बगैर लोगों की सेवा में जुटे हुए हैं. ऐसे में कई डॉक्टरों और नर्सों की कोरोना से मौत हो चुकी है. बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के महामंत्री विश्वनाथ सिंह के अनुसार 40 नर्सों की अबतक विभिन्न जिलों में मौत की सूचना मिली है. सभी जिलों के संगठन इकाई को जिलावार मृतक नर्सों की सूची बनाने का संदेश दिया गया है.
अबतक मिली जानकारी के अनुसार, राज्य में करीब 30 हजार नर्सें कोरोना काल में संक्रमितों की सेवा में जुटी हुई हैं. संघ के महामंत्री विश्वनाथ सिंह के अनुसार प्रखंडों से विभिन्न अस्पतालों में प्रतिनियुक्त कर नर्सों से तीन शिफ्ट में ड्यूटी ली जा रही है. नए स्थान पर उनके सोने और खाने तक की व्यवस्था ढंग से नहीं की गई है. उन्होंने बताया कि पटना में सबसे ज्यादा नर्सों की कोरोना संक्रमित होने का कारण इलाज के दौरान मौत हुई है.
विश्वनाथ सिंह ने बताया कि राज्य में 15 हजार से अधिक एएनएम की सेवा हेल्थ सब सेंटर और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से हटाकर प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों और कोविड केयर अस्पताल, डेडिकेटेड कोविड हेल्थकेयर सेंटर में तैनात किया गया है. कोरोना संक्रमित मरीज़ों के संपर्क में आने से वे भी संक्रमण की शिकार हो रही हैं. जबकि जीएनएम की तैनाती सभी प्रमुख अस्पतालों में है और कोरोना वार्ड में वहीं मरीज को देख रही हैं.