ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार में वाहन जांच के दौरान DTO की गाड़ी को हाइवा ने मारी जोरदार टक्कर, ESI की मौत; दो घायल Bihar News: बिहार में वाहन जांच के दौरान DTO की गाड़ी को हाइवा ने मारी जोरदार टक्कर, ESI की मौत; दो घायल Bihar News: नामी डॉक्टर के बेटे को बचाने 4 किडनैपरों से अकेले लड़ा ड्राइवर, पेश की बहादुरी और वफादारी की अनोखी मिसाल Bihar News: तेजस्वी के राघोपुर को बिहार का पहला IT सिटी बनाएंगे नीतीश, हमेशा के लिए बदल जाएगी दियारा की तस्वीर Cricket News: रोहित-विराट को देखने के लिए फैंस को करना होगा और इंतजार, इस सीरीज पर मंडराया खतरा BPSC Clerk: बीपीएससी क्लर्क भर्ती के लिए इस दिन से आवेदन प्रक्रिया शुरू, चूक मत जाना मौका Bihar Weather: 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, अगले 5 दिन बरतनी होगी विशेष सावधानी Bihar Land Registry New Rules: जमीन रजिस्ट्री के नए नियम आज से लागू, ये काम होंगे अनिवार्य Bihar News: सेना में भर्ती के नाम पर युवक से ठगी, नौकरी के चक्कर में गए लाखों ₹ गोवा महालक्ष्मी मंदिर में श्री विद्या कोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ, 20 हज़ार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने प्रसाद किया ग्रहण

बिहार में आज से जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल, स्वास्थ्य व्यवस्था होगी प्रभावित

1st Bihar Published by: Updated Wed, 23 Dec 2020 07:19:21 AM IST

बिहार में आज से जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल, स्वास्थ्य व्यवस्था होगी प्रभावित

- फ़ोटो

PATNA : बिहार में आज से जूनियर डॉक्टर काम नहीं करेंगे. जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से बिहार में आज से स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित होने की उम्मीद है. जूनियर डॉक्टरों की भूमिका स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बेहद महत्वपूर्ण है. लगातार सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में जूनियर डॉक्टर ही बड़ी भूमिका निभाते रहे हैं और अब इन्होंने स्ट्राइक पर जाने का फैसला किया है.

जूनियर डॉक्टरों की 1 सूत्री मांग स्टाइपेंड बढ़ाने की है. आज सुबह 7:00 बजे से सभी जूनियर डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. जूनियर डॉक्टर्स के संगठन ने मंगलवार को ही इसका ऐलान कर दिया था. जेडीए के मुताबिक उन्होंने अपनी तरफ से मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और अधीक्षक को जानकारी दे दी है. जेडीए के मुताबिक साल 2017 से बिहार में जूनियर डॉक्टरों का स्टाइपेंड रिवाइज नहीं किया गया है जिसकी वजह से वह स्ट्राइक पर जा रहे हैं.

 जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन का कहना है कि हर 3 साल पर स्टाइपेंड में बढ़ोतरी होनी चाहिए. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर हरेंद्र के मुताबिक राज्य में जूनियर डॉक्टरों की संख्या तकरीबन एक हजार है. यानी कुल डॉक्टरों की संख्या से आधी तादाद जूनियर डॉक्टरों की है. जो पीजी से लेकर इमरजेंसी सेवा तक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने इस मामले पर दो बार राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से मिलने का प्रयास किया, लेकिन मुलाकात नहीं हुई. विभाग का कहना है कि प्रथम वर्ष में 50 वर्ष में 55 55 हजार मिलता है.