बिहार में 25 मई तक लगा लॉकडाउन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया एलान

बिहार में 25 मई तक लगा लॉकडाउन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया एलान

PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर पटना से सामने आ रही है. कोरोना की रोकथाम को लेकर बिहार सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए राज्य सरकार ने लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का एलान कर दिया है. बिहार के मुख्यमंत्री ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है.


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूवार को ट्वीट कर लिखा कि "आज सहयोगी मंत्रीगण और पदाधिकारियों के साथ बिहार में लागू लॉकडाउन की स्थिति की समीक्षा की गई. लॉकडाउन का सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है. इसलिए बिहार में अगले 10 दिनों तक यानी कि 16 से 25 मई, 2021 तक लॉकडाउन को विस्तारित करने का निर्णय लिया गया है."


सरकार की ओर से ये भी जानकारी दी गई है कि बिहार के मुख्य सचिव, विकास आयुक्त, पुलिस महानिदेशक, अपर मुख्य सचिव गृह और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आज शाम में साढ़े 4 बजे प्रेस कांफ्रेंस करेंगे और लोगों को बताएंगे कि लॉकडाउन को लेकर सरकार ने क्या निर्णय लिया है. आगे कौन-कौन से नियम लागु रहेंगे और लोगों के लिए क्या नई गाइडलाइन बनाई गई है.




बीते दिन बुधवार को राज्य सरकार की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक 1 लाख 11 हजार 740 लोगों की जांच में मात्रा 9 हजार 863 लोग पॉजिटिव मिले. इससे पहले पिछले महीने 19 तारीख को 10 हजार से कम मामले सामने आये थे. 19 अप्रैल को मात्र 7 हजार 487 केस मिले थे. इसके बाद से लगातार 10 हजार से ज्यादा मामले सामने आये. कभी-कभी तो बीच में 15 हजार से भी ज्यादा मामले एक दिन में सामने आये, जिसके बाद सरकार ने एहतियातन लॉकडाउन का एलान कर दिया. क्योंकि नाइट कर्फ्यू लगाने के बावजूद भी मामले बड़ी तेजी से बढ़ रहे थे. अब एक बार फिर से बिहार में सरकार ने लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का फैसला ले लिया है. 25 मई तक लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है.


आपको बता दें कि प्रदेश में लॉकडाउन लगाने का पॉजिटिव असर दिख रहा है. माना जा रहा है कि कोरोना संक्रमण की चेन प्रदेश में टूट रही है. बुधवार के आंकड़े के मुताबिक राजधानी पटना के लोगों कोभी काफी राहत मिली है. कई दिनों बाद ऐसा हुआ है कि पटना में एक हजार से कम मामले सामने आये हैं. पटना में आज मात्रा 977 मामले सामने आये हैं. जिससे लोगों के चेहरे पर थोड़ी रौनक लौटी है. 


राजधानी पटना के अलावा सूबे के मात्र दो जिलों में 500 से अधिक केस सामने आये. नालंदा में 523 और मुजफ्फरपुर में 506 मरीजों की पहचान की गई. बिहार के तीन जिलों में 400 से अधिक मामले सामने आये. समस्तीपुर में 487, कटिहार में 478 और बेगूसराय में 409 केस मिले. राज्य के सात जिलों में 300 से अधिक मामले सामने आये. वैशाली में 398, गया में 388, सारण में 343, पश्चिम चंपारण में 339, पूर्वी चंपारण में 338, पूर्णिया में 331 और मधुबनी में 317 मरीज मिले. 



बिहार राज्य में पॉजिटिविटी रेट नीचे गिरने से लोगों के चेहरे पर मुस्कान लौटी है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी कि आईसीएमआर और भारत सरकार, कोरोना के उतार-चढ़ाव के आकलन को लेकर लगभग एक सप्ताह के आंकड़ों का एनालिसिस करती है. इसलिए फर्स्ट बिहार की टीम भी एक सप्ताह के आंकड़ों को एकत्रित कर आपको बता रही है कि इस हफ्ते लॉकडाउन और तमाम उपायों के कारण कोरोना प्रदेश में कमजोर पड़ा है. जिससे संक्रमण की चेन टूटी है. 


बिहार में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये किये जा रहे प्रयासों से कोरोना की पॉजिटिविटी रेट लगातार कम हो रही है. प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट 30 अप्रैल को 16.14% था, जो इस महीने 12 मई को घटकर 8.82% हो गया है. फर्स्ट बिहार की टीम ने पिछले 10 दिनों के आंकड़े में देखा कि 3 मई को पॉजिटिविटी रेट 15.70% था. 4 मई को 15.59%, 5 मई को 15.58%, 6 मई को 14.40%, 7 मई को 12.56%, 8 मई को 11.98%, 9 मई 10.31%, 10 मई 10.16% और 11 मई को 9.92 % था. आज के ताजा आंकड़े के मुताबिक बिहार में पॉजिटिविटी रेट नीचे गिरकर 8.82% तक आ गया है. आपको बता दें कि ये आंकड़े प्रतिदिन होने वाले टेस्ट की संख्या और संक्रमितों की संख्या के आधार पर ज्ञात किये गए हैं.