बिहार को केंद्र का तोहफा : अब इन मजदूरों को मिलेंगे पहले से अधिक पैसे, जानिए कितनी मिलेगी दिहाड़ी

बिहार को केंद्र का तोहफा : अब इन मजदूरों को मिलेंगे पहले से अधिक पैसे, जानिए कितनी मिलेगी दिहाड़ी

PATNA : केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए ग्रामीण रोजगार गारंटी कार्यक्रम यानी मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों की दैनिक मजदूरी में वृद्धि करने की अधिसूचना जारी की है। इसके मुताबिक  सात रुपये से लेकर 26 रुपये तक मजदूरी में वृद्धि की गयी है। यह नया रेट एक अप्रैल से लागू होगी। 


दरअसल, केंद्र सरकार ने यह निर्णय लिया है कि नए फाइनेंसियल ईयर में कई चीजों में बदलाव किया जाएगा। इसी के तहत अब मनरेगा की मजदूरी में बढ़ोतरी की गई है। बिहार में अब 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है। यहां अब तक मनरेगा मजदूर के लिए दैनिक मजदूरी 210 रुपये थी, जो बढ़ा कर 228 रुपये कर दी गयी है। अगर बात करें तो हरियाणा में सबसे अधिक मजदूरी 357 रुपये प्रति दिन और मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सबसे कम 221 रुपये है। पिछले साल की तुलना में मजदूरी में सर्वाधिक वृद्धि राजस्थान में दर्ज की गयी है। 


मालूम हो कि, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा), 2005 की धारा 6(1) के तहत मजदूरी में वृद्धि की यह अधिसूचना जारी की गई है। इस अधिनियम में कहा गया है कि, केंद्र अपने लाभार्थियों के लिए मजदूरी दर अधिसूचना द्वारा निर्धारित कर सकता है। जिसके तहत बिहार में पिछले वर्ष की तुलना में मजदूरी में आठ प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है। 


आपको बताते चलें कि, बिहार में पिछले वर्ष मानरेगा मजदूरों के लिए 210 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी तय थी. जिसे संसोधित कर इस वर्ष 228 रुपये कर दिया गया है। कर्नाटक, गोवा, मेघालय और मणिपुर में मनरेगा मजदूरी में सबसे कम प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गयी है। मनरेगा के तहत केंद्र सरकार ग्रामीण परिवारों की साल में कम से कम 100 दिन के रोजगार की गारंटी देता है।