बिहार को बर्बाद कर रहे नीतीश - तेजस्वी, छुट्टी रद्द होने पर बोले सम्राट चौधरी .... PM बनने के सपनों के कारण CM टीचर पर बना रहे दबाब

बिहार को बर्बाद कर रहे नीतीश - तेजस्वी, छुट्टी रद्द होने पर बोले सम्राट चौधरी .... PM बनने के सपनों के कारण CM टीचर पर बना रहे दबाब

PATNA : शिक्षा विभाग बिहार सरकार द्वारा दुर्गा पूजा दिवाली और छठ पूजा की छुट्टियां रद्द कर दी गई है। इसके बाद अब इसको लेकर बिहार की सियासत गर्म हो गई है। बिहार भाजपा नेता के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बिहार सरकार पर जोरदार हमला बोला है। सम्राट चौधरी ने कहा है कि, लालू - नीतीश बिहार को बर्बाद करने पर तूले हुए हैं। 


सम्राट चौधरी ने कहा कि- नीतीश कुमार की सरकार में बिहार में दुर्भाग्यपूर्ण वाला निर्णय लिया है। लगातार तुष्टीकरण के नीति से लालू और नीतीश कुमार ने बिहार को बर्बाद किया है। बिहार सरकार के तरफ से दबाव बनाया जा रहा है शिक्षकों पर छुट्टी में नहीं जाएं। अब तो आदेश निकल गया की 14 छुट्टियों को रद्द कर दिया गया है। जिसमें जन्माष्टमी, तीज  छठ, दुर्गापूजा और गुरु नानक जयंती भी है। इससे बड़ा दुर्भाग्य कुछ नहीं हो सकता है बिहार में कि नीतीश कुमार अपनी तुष्टिकरण की नीति के कारण प्रधानमंत्री बनने के सपने के कारण बिहार को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं। सरकार को तुरंत यह फैसला वापस लेना चाहिए।


वहीं, इस मामले में जेडीयू के एमएलसी और प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि - शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत तो केंद्र सरकार का दायित्व है उसमें जो निर्देश दिए गए हैं उसके अनुसूची के तहत प्राथमिक विद्यालय में कम से कम 200 दिन मध्य विद्यालय में कम से कम 220 दिन कार्य दिवस का प्रावधान है। तो चुनाव परीक्षा, विधि व्यवस्था, गणना, त्यौहार छुट्टी कायम है। लेकिन कुछ एक छुट्टियों के दिवस में कटौती की गई है। ऐसे में यदि कोई राजनीतिक व्याख्या कर रहा है तो हम उसे विनती करेंगे कि आप बोलिए की शिक्षा का अधिकार अधिनियम फर्जी है। 


मालूम हो कि, बिहार के सरकारी स्कूलों में छुट्टियों में कटौती की गई है रक्षाबंधन के मौके पर सरकारी स्कूलों में अब छुट्टियां नहीं रहेगी। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक के निर्देश के बाद माध्यमिक शिक्षा कार्यालय की ओर से स्कूलों की छुट्टियों में बदलाव किया गया है इस साल दिवाली से छत तक विभिन्न पर एवं त्योहार पर छुट्टियां घटाकर आधी कर दी गई है। इसके बाद अब इस मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो गई है। भाजपा के तरफ से नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए इस नए नियम की तुलना शरिया कानून से की गई है।