Gaya development News: बिहार के इस जिले में 15.66 करोड़ में 102 योजनाओं का मंत्री ने किया शिलान्यास इस फोरलेन के बनने से कम होगी बिहार से झारखंड की दूरी, इन जिलों को भी मिलेगा फायदा National Herald: नेशनल हेराल्ड पर बोले डिप्टी सीएम सम्राट... “कांग्रेस ने देश को लूटा, आजादी के सेनानियों का किया अपमान” Success Story: बिना कोचिंग के बिहार की बेटी UPSC क्रैक कर बनीं IAS, दूसरे प्रयास में हासिल किया 208 रैंक प्रेमिका से मिलने की सजा: घरवालों ने सेविंग ब्लेड से काटा युवक का प्राइवेट पार्ट, अस्पताल में ज़िंदगी-मौत की जंग Amrit Bharat Station Scheme: अमृत भारत योजना के तहत जमालपुर और नव-निर्मित मुंगेर स्टेशन का डीआरएम मनीष गुप्ता ने किया स्थलीय निरीक्षण Bihar Education News: महिला शिक्षक को परेशान करना शराबी BEO को पड़ा महंगा, पहले जेल फिर निलंबन, जेल से निकलते फिर हुए सस्पेंड Bengal violence: कांग्रेस सांसद का बीजेपी ,आरएसएस पर हमला, कहा... बंगाल की हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण, देश में फैलाना चाहते हैं धार्मिक उन्माद Bihar News: प्रेमिका को घर छोड़ने गए युवक की दुर्घटना में मौत, परिजनों ने साजिशन हत्या के लगाए आरोप Bihar News: सासाराम में बाबा साहब की पोस्टर फाड़े जाने पर बवाल, सड़क जाम
26-Mar-2023 10:13 PM
JAMUI: एक ओर सरकार बिहार में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का दावा करती है लेकिन इन दावों की पोल खोलती एक तस्वीर इस वक्त जमुई से सामने आई है। जहां टॉर्च की रोशनी में मरीजों का इलाज किया जाता है। यह हम नहीं कह रहे बल्कि तस्वीरें बयां कर रही है। जमुई सदर अस्पताल की यह तस्वीर है जो सरकार के इन दावों की पोल खोल रही है।
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के मिशन 60 के बाद राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को विश्वस्तरीय बनाने के लिए तमाम दावे किए जा रहे हैं। लगातार यह दावा किया जाता है कि कोरोना लहर के बाद स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने में तेजी आई है। लेकिन जमुई जिले से सामने आई तस्वीरों ने सरकार के इन दावों की कलई खोल दी है. जमुई सदर अस्पताल में हालत यह हो गई है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज टॉर्च की रोशनी में हो रहा है
कुछ ऐसा ही हाल रविवार को भी देखने को मिला, जब सदर अस्पताल में बिजली नहीं होने के कारण पूरा अस्पताल परिसर अंधेरे में समाया रहा. इतना ही नहीं अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज टॉर्च की रोशनी में होता रहा. गौरतलब है कि जमुई जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है. जिले के तमाम अस्पतालों से रेफर होकर मरीज गंभीर अवस्था में यही पहुंचते हैं. यहां ऑक्सीजन से लेकर अन्य कई तरह की सुविधाओं का दावा किया जाता है. लेकिन रविवार को जो तस्वीर सामने आई उसने उन सभी दावों की पोल खोल कर रख दी है.
गौरतलब है कि बिहार में मिशन 60 के नाम पर सभी अस्पतालों को चकाचक करने का दावा किया जाता है, अस्पताल में लोगों को बेहतर सुविधा मुहैया कराई जाए इसे लेकर अस्पतालों का रंग रोगन किया गया है. परंतु हकीकत यह है कि अस्पतालों के बाहर की हालत तो सुधार दी गई, लेकिन आंतरिक व्यवस्था में कोई सुधार होता दिख नहीं रहा है.
ऐसे में अब मरीजों के होने वाली परेशानियों के लिए कौन जिम्मेदार है, यह बड़ा प्रश्न है. यह भी बता दें कि सदर अस्पताल से लगातार लापरवाही की ऐसी खबरें आती रहती हैं. बीते हफ्ते ऑक्सीजन प्लांट के ठप हो जाने के कारण ऑक्सीजन के अभाव में एक मरीज की मौत होने की बात सामने आई थी और अब अंधेरे में मरीजों के इलाज होने की बात सामने आई है. इन सभी घटनाओं ने जमुई सदर अस्पताल की हकीकत की पोल खोल कर रख दी है.