PATNA : बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में वित्तीय गड़बड़ी और अन्य तरह की अनियमितताओं का मसला आज बिहार विधानसभा में उठा. बिहार विधानसभा में विश्वविद्यालयों के अंदर अनियमितता को लेकर आरजेडी के विधायक ललित यादव ने सवाल किया था. इसके जवाब में शिक्षा मंत्री ने सदन के अंदर यह जानकारी दी कि अब विश्वविद्यालयों के अंदर ऑडिट कराया जाएगा. आरजेडी के विधायक यह मांग कर रहे थे कि इस मामले की जांच कराई जाए. लेकिन शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने यह कहते हुए इस बात को खारिज कर दिया कि यह मामला कुलाधिपति के अधिकार क्षेत्र में आता है.
इसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन में उठ खड़े हुए. उन्होंने कहा कि सरकार का खजाना जनता के पैसे से चलता है. ऐसे में अगर सरकारी खजाने की राशि का बंदरबांट हुआ है और तकरीबन दो लाख करोड़ रुपये की राशि से जुड़े इस गड़बड़ी के मामले में अगर जांच की आवश्यकता है तो सरकार इससे क्यों भाग रही है. तेजस्वी यादव ने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. दोषी चाहे जो भी हो अगर उन्होंने सरकारी खजाने की राशि का दुरुपयोग किया है तो उनके खिलाफ एक्शन भी होना चाहिए.
इतना ही नहीं तेजस्वी यादव ने सरकार से इस मामले में तुरंत पहल करने के लिए भी कहा. इसके जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार की अपनी सीमाएं हैं. हमने इस मामले में एजी को ऑडिट के लिए लिख भेजा है. आगे ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर जो जरूरी होगा उसके लिए पहल की जाएगी. अगर जो लोग दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ एक्शन के लिए कुलाधिपति को भी लिखा जाएगा. सरकार इस मामले को लेकर बेहद गंभीर है.