SIWAN : सीवान जिले के एक सरकारी अस्पताल में कोरोना से पीडित एक दलित व्यक्ति की तडप तडप कर मौत होने के बाद आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल किया. आक्रोशित लोगों ने पहले तो अस्पताल में मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों औऱ होमगार्ड जवानों को जमकर पीटा. फिर बाद में जब पुलिस की टीम लाश को लेकर गांव में पहुंची तो उस पर भी हमला बोल दिया. पुलिस वालों की भी खूब पिटाई हुई. हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि इलाज में कोताही नहीं हुई. लेकिन गांव के लोग बता रहे हैं कि मरीज तड़पता रहा औऱ उसे कोई देखने तक नहीं आया.
इलाज में देरी से हुई मौत, फिर हुआ बवाल
दरअसल सीवान के रघुनाथपुर अस्पताल के कोविड सेंटर में बुधवार को निखती कलां गांव के दलित टोले के लोग एक मरीज श्याम बिहारी मांझी को लेकर पहुंचे. मरीज को सांस लेने में काफी परेशानी हो रही थी. गांव के लोगों का कहना है कि काफी देर तक मरीज को अस्पताल में ऐसे ही छोड दिया गया. कोई डॉक्टर देखने तक नहीं आया. लोगों ने जब हंगामा शुरू किया तो एक डॉक्टर वहां पहुंचे औऱ श्याम बिहारी मांझी का ऑक्सीजन लेवल चेक किया. ऑक्जीजन लेवल बेहद कम था लिहाजा मरीज को सीवान ले जाने को कहा.
स्वास्थ्यकर्मियों औऱ होमगार्ड जवानों की पिटाई
ग्रामीणों का आऱोप है कि डॉक्टर के देखने औऱ सीवान ले जाने के लिए रेफर करने के बाद भी काफी देर हुई. काफी देर से एंबुलेंस वहां पहुंची औऱ मरीज को एंबुलेंस में ले जाया जाने लगा. लेकिन इसी दौरान मरीज श्याम बिहारी मांझी की मौत हो गयी. इसके बाद मरीज के परिजन औऱ साथ में आये लोगों ने भारी हंगामा कर दिया. नाराज लोगों ने डॉक्टर औऱ स्वास्थ्यकर्मियों के साथ हाथापायी शुरू कर दी. रघुनाथपुर अस्पताल में सुरक्षा के लिए होमगार्ड के जवान तैनात किये गये हैं. वे जब बीचबचाव के लिए आये तो लोगों ने होमगार्ड जवानों पर भी हमला बोल दिया. आक्रोशित लोगों ने अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों औऱ होमगार्ड जवानों को लाठी-डंडे से जमकर पीटा.
अस्पताल में चल रहे हंगामे के बीच स्वास्थ्य प्रबंधक ने स्थानीय पुलिस को मामले की जानकारी दी. इसके बाद प्रशिक्षु डीएसपी विवेक कुमार के नेतृत्व में पुलिस अस्पताल पहुंची औऱ लोगों को खदेड़ दिया. लोग शव को वहां छोड़ कर ही भाग खडे हुए.
शव लेकर गांव पहुंची पुलिस पर हमला
अस्पताल से लोगों को खदेडने के बाद पुलिस टीम ने मरीज के शव को गांव में भेजने का बंदोबस्त किया. पुलिस टीम अपने साथ एंबुलेंस में शव को मृतक के गांव पहुंची. वहां दलित बस्ती के लोग पहले से तैयार बैठे थे. तकरीबन दो सौ लोग हाथों में डंडा से लेकर ईंट पत्थर के साथ तैयार खड़े थे. दलित बस्ती के लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया. एंबुलेंस चालक के साथ साथ पुलिसकर्मियों को भी इस हमले में जमकर चोट आयी है. एंबुलेंस भी क्षतिग्रस्त हो गयी है.
घटना की खबर मिलने के बाद सीओ वहां पहुंचे. उन्होंने लोगों को समझा बुझाकर शांत किया. उधर रघुनाथपुर में तैनात प्रशिक्षु डीएसपी ने कहा कि पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. हंगामा औऱ मारपीट में तैनात लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
डॉक्टर ने दी सफाई
उधर रघुनाथपुर अस्पताल के डॉक्टर ने कहा है कि मरीज के इलाज में कोई कोताही नहीं बरती गयी थी. मरीज की हालत पहले से ही बेहद खराब थी औऱ तब परिजन उसे लेकर अस्पताल आये थे. मरीज का ऑक्सीजन लेवल 63-64 पाया गया. ऐसे में उसका इलाज इस अस्पताल में संभव नहीं था. तत्काल मरीज को सीवान भेजने का प्रबंध किया गया. लेकिन इसी दौरान मरीज की मौत हो गयी.