नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग! Life Style: हार्ट अटैक से पहले आपका शरीर देता है कई संकेत, अगर यह परेशानी है तो तुरंत टेस्ट कराएं सजना-संवरना बन गया बड़ी मुसीबत: पत्नी ने कराया फेसियल, तो पति ने ससुराल में ही कर दिया बड़ा कांड CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला? CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला? Bihar Politics: तेजस्वी यादव का कलेजा क्यों फट रहा..? बिहार BJP ने किया खुलासा Vande metro train Bihar: बिहार को मिलेगी पहली वंदे मेट्रो, पटना से इस रूट पर दौड़ेगी नमो भारत ट्रेन...PM मोदी 24 अप्रैल को दिखाएंगे हरी झंडी!
PATNA : बिहार में कोरोना संकट के बीच स्वास्थ्य विभाग ने बड़े पैमाने पर डॉक्टरों की बहाली का ऐलान किया है जिसके मुताबिक 1000 डॉक्टरों की बहाली सोमवार यानी आज से वॉक इन इंटरव्यू के जरिये शुरू होने वाली है. आपको बता दें कि PMCH में 21, तथा NMCH में 25 और राज्य के बाकी सरकारी अस्पतालों में 15-15 डॉक्टरों की बहाली फिलहाल की जाएगी. राज्य के चिकित्सा महाविद्यालयों एवं अस्पतालों तथा जिला स्तरीय अस्पतालों में एक साल के लिए यह बहाली की जाएगी. भर्ती के लिए अभ्यर्थियों के पास MBBS की डिग्री जरूरी है. डॉक्टरों को 65 हजार रुपए प्रति महीने वेतन दिए जाएंगे.
मेरिट लिस्ट का निर्धारण MBBS में प्राप्त अंक के आधार पर होगा और विदेश से प्राप्त सभी डिग्री धारकों की MBBS प्राप्तांक की गणना के आधार पर की जाएगी. अभ्यर्थियों को शैक्षणिक योग्यता की प्रति के साथ जिला स्वास्थ्य समिति अथवा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के अधीक्षक के कार्यालय में आना होगा. उम्मीदवारों के आधार पर मेरिट का निर्धारण कर आरक्षण रोस्टर का पालन करते हुए नियोजन किया जाएगा.
गौरतलब है कि वॉक इन इंटरव्यू की तिथि- 10 मई, 14 मई, 17 मई, 21 मई एवं उसके बाद प्रत्येक सोमवार को निर्धारित की गई है. सरकार ने MBBS अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की सेवा कोविड मरीजों के इलाज के लिए लेने का फैसला किया है. उनकी सेवा टेली मेडिसिन और माइल्ड कोविड केस मरीजों के इलाज के लिए ली जाएगी. उन्हें 15 हजार रुपए मासिक मानदेय दिया जाएगा तथा न्यूनतम 100 दिनों से एक साल की तक कोविड केयर के लिए दी गई सेवा को एक साल की सेवा मानी जाएगी तथा उन्हें नियमित नियुक्ति में अंकों में छूट दी जाएगी.