1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 17 May 2023 07:32:19 AM IST
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PATNA : राजधानी पटना समेत प्रदेश के अन्य हिस्सों में मौसम का अलग-अलग रंग दिख रहा है। राज्य में राजधानी पटना सहित आसपास के अन्य हिस्सों में पछुआ हवा के कारण लोग गर्मी से परेशान रहे तो दूसरी और उत्तरी भागों में पुरवा के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी का एहसास करना पड़ा।
वहीं, राजधानी पटना समेत प्रदेश के 27 जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। शेखपुरा 42.8 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ प्रदेश का सर्वाधिक गर्म शहर रहा। जबकि पटना के अधिकतम तापमान में 3.1 डिग्री की वृद्धि हुई। यहां का तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके साथ ही गया में 1.6 डिग्री, नवादा में 2.7 डिग्री, औरंगाबाद व जमुई में दो डिग्री, बांका में 2.7 डिग्री, भागलपुर में 2.2 डिग्री, वैशाली में 2.9 डिग्री, पूसा में 2.1 डिग्री, मुजफ्फरपुर में 2.2 डिग्री, भागलपुर में 2.2 डिग्री, दरभंगा में 1.2 डिग्री, सुपौल में 0.4 डिग्री, मोतिहारी में 0.2 डिग्री, वाल्मीकि नगर में 0.5 डिग्री, सुपौल में 0.4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई।
वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, एक ट्रफ रेखा उत्तर बिहार से मध्य छत्तीसगढ़ तक फैली हुई है। इसके प्रभाव से 17 से 20 मई तक पटना समेत प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम सुहाना रहेगा, लेकिन आंधी-पानी का प्रभाव बना रहेगा। इन मौसमी प्रभावों को देखते हुए चेतावनी जारी की गई है। बताया जा रहा है कि प्री-मानसून सीजन में इस तरह का बदलाव होना आम बात है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के 15 जिलों पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया और किशनगंज जिलों में एक या दो स्थानों पर आंधी-पानी की चेतावनी है। इस दौरान हवा की गति 30-40 किमी प्रतिघंटा रहेगी। प्रदेश के उत्तरी भागों में 20 मई तक मौसम को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
आपको बताते चलें कि, मौसम विभाग ने यह अनुमान लगाया है कि, राजधानी पटना समेत प्रदेश के रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद, गया, नालंदा, नवादा जिलों के अलावा उत्तरी भागों के कई स्थानों पर मेघ गर्जन, बिजली चमकने के साथ आंधी-पानी को लेकर चेतावनी जारी की गई है। इन मौसमी प्रभावों को देखते हुए किसानों के लिए अलर्ट जारी किया है। किसानों को यह निर्देश दिया गया है कि, जिनकी फसलें तैयार हो गई है तो उसकी कटाई करके घरों में भंडारण कर लें। खुले जगहों पर अनाज को अच्छे से ढंकने की व्यवस्था कर लें। खुले स्थानों पर पशुओं को न छोड़े। वहीं, मेघ गर्जन व बिजली चमकने के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें। पेड़ के नीचे खड़ा होने से बचें। मौसम सामान्य होने पर ही बाहर निकलें।