PATNA : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अब देश के ग्रामीणों इलाकों में फ़ैल रही है. वायरस शहर से गांव की ओर बढ़ चला है. ग्रामीण इलाकों में लोग इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं. बिहार में भी अब खतरे की घंटी बज गई है. हालात को देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को ग्रामीणों इलाकों में टेस्टिंग की रफ़्तार बढ़ाने का निर्देश दिया है.
शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी जरुरी कदम उठाने का निर्देश दिया. सीएम नीतीश ने एक अणे मार्ग स्थित संकल्प से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 10 जिलों के डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर और 9 मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में स्थापित डेडिकेटेड कोविड हॉस्पीटल में व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उसकी समीक्षा की. इसी दौरान उन्होंने अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी जरुरी कदम उठाने का निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना की जांच की संख्या बढ़ाएं और संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए जरूरी कदम उठायें. सीएम ने कहा कि होम आइसोलेशन वाले मरीजों की पूरी खबर रखें. होम विजिट करते रहें ताकि मरीजों का उनके घर पर बेहतर ट्रीटमेंट हो सके. कोरोना अस्पतालों में मरीजों और उनके परिजनों की हर सुविधा का ख्याल रखें. कम्युनिटी कीचेन के माध्यम से परिजनों को ससमय भोजन उपलब्ध कराते रहें.
सीएम ने आगे कहा कि कि सबको सकारात्मकता और एकजुटता के साथ काम करना है. चिकित्सक, नर्स और अन्य चिकित्साकर्मी सेंटर पर हमेशा रहें. मरीजों के पास उनका लगातार विजिट हो ताकि प्रॉपर ट्रीटमेंट होने के साथ-साथ उनका मनोबल भी बना रहे. मरीजों की हर सुविधा का ख्याल रखें. सरकार की तरफ से संसाधनों की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी. कोविड डेडिकेटेड हॉस्पीटल में आई0सी0यू0 बेड की संख्या और बढ़ाई जाये.
शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को समस्तीपुर, पूर्णिया, सहरसा, सीवान, पूर्वी चंपारण, नालंदा, खगड़िया, औरंगाबाद पटना और कटिहार जिले के डीएम ने कोविड डेडिकेटेडहेल्थ सेंटर की व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. जिलाधिकारियों ने मरीजों के इलाज की इलाज की व्यवस्था, दवाइयों की उपलब्धता, सामुदायिक किचन के माध्यम से मरीजों के परिजनों को भोजन की व्यवस्था, ऑक्सीजन की उपलब्धता, डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी.