PATNA: बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने पटना में पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र स्थित MSME विकास संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली से पटना पहुंचे MSME अभियान दल को अगले पड़ाव के लिए रवाना किया।
आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर पूरे देश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को मजबूती प्रदान करने के लिए MSME से जुड़ी सरकार की सभी योजनाओं के प्रति जागरूकता फैलाने के मकसद से राष्ट्रव्यापी अभियान चल रहा है। इसी कोशिश के तहत MSME अभियान का एक दल 5 राज्यों में जागरूकता फैलाने के मकसद से दिल्ली से बिहार पहुंचा है। इस अभियान दल को बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने झंडा दिखाकर बिहार में जागरूकता फैलाने के लिए रवाना किया।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम दर्जे के उद्योग बिहार के औद्योगिक विकास में सबसे बड़ी भूमिका निभाएंगे। एमएसएमई सेक्टर की मजबूती से बिहार में रोजगार की अपार संभावनाएं पैदा होंगी। बिहार में सूक्ष्म और लघु उद्योगों की स्थापना में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना काफी कारगर साबित होने वाली है । यह बातें बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने शुक्रवार को एमएसएमई विकास संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में कही।
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि पूरे देश में सबसे ज्यादा रोजगार सूक्ष्म, लघु और मध्यम दर्जे के उद्योगों में मिल रहा है। बिहार में भी रोजगार पैदा करने में एमएसएमई का बहुत बड़ा योगदान होगा। उन्होंने कहा कि वो लगातार कोशिश कर रहे हैं कि बिहार में बड़े उद्योगों के साथ छोटे उद्योगों को भी पूरी प्राथमिकता और सहायता मिले।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना बिहार में सूक्ष्म और मध्यम दर्जे के उद्योगों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के लाभुकों द्वारा उद्यम शुरू किए जाने से ही रोजगार के बहुत से अवसर पैदा होंगे। हर जिले में हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना बिहार के युवाओं को तैयार कर रहा है कि वो रोजगार मांगने वाला बनने के बजाय रोजगार देने वाला बने और इसीलिए उनकी प्राथमिकताओं में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का भी सबसे अहम स्थान है।
बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने बिहार के एमएसएमई सेक्टर से जुड़े उद्यमियों से भी आग्रह किया कि वो केंद्र और राज्य सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ अपनी मौजूदा औद्योगिक इकाई को विस्तार देने में या नया उद्यम शुरू करने के लिए ज़रूर उठाएं। उन्होंने कहा कि हमारे दरवाजे हर किसी के लिए खुले हैं चाहे बिहार में बड़े उद्योगों की स्थापना करने वाले हों या छोटे-छोटे उद्यमी हों। उन्होंने कहा कि हर तरफ से कोशिश होगी तो बिहार के औद्योगिकीकरण का सपना जरूर पूरा होगा।