ब्रेकिंग न्यूज़

पुलिस के 'सर्किल इंस्पेक्टर' का कार्यालय बन गया दुकान, रुपया दीजिये नाम हटवाइए और जोड़वाइए, DIG ने कर दिया सस्पेंड Bihar News: मंत्री विजय शाह के खिलाफ बिहार में केस दर्ज, कर्नल सोफिया को बताया था पाकिस्तानियों की बहन Bihar News: मंत्री विजय शाह के खिलाफ बिहार में केस दर्ज, कर्नल सोफिया को बताया था पाकिस्तानियों की बहन BIHAR CRIME: 25 हजार का ईनामी TOP-10 अपराधी टाइगर गिरफ्तार, लंबे समय से थी जमुई पुलिस को तलाश Bihar Crime News: पांच करोड़ के आभूषण लूटकांड का पुलिस ने किया खुलासा, दो लाख का इनामी निकला मास्टरमाइंड; कोर्ट का मुंशी भी शामिल Bihar Crime News: पांच करोड़ के आभूषण लूटकांड का पुलिस ने किया खुलासा, दो लाख का इनामी निकला मास्टरमाइंड; कोर्ट का मुंशी भी शामिल ‘घर से दो-दो मुट्ठी चावल लेकर ऑफिस आएं’ सरकारी अधिकारी ने कर्मियों को क्यों दिया ऐसा आदेश? ‘घर से दो-दो मुट्ठी चावल लेकर ऑफिस आएं’ सरकारी अधिकारी ने कर्मियों को क्यों दिया ऐसा आदेश? BIHAR: बच्चों में बढ़ रही टाइप-2 डायबिटीज की चिंता, स्कूलों में 'शुगर बोर्ड' लगाने का CBSE ने दिया निर्देश Bihar News: तेज रफ्तार वैन ने सड़क पार कर रहे शख्स को उड़ाया, मौत से नाराज लोगों ने किया भारी बवाल

बिहार के 65 डॉक्टरों की वेतन वृद्धि पर रोक, लापरवाही के बाद विभाग का फैसला

1st Bihar Published by: Updated Wed, 17 Nov 2021 06:55:48 AM IST

बिहार के 65 डॉक्टरों की वेतन वृद्धि पर रोक, लापरवाही के बाद विभाग का फैसला

- फ़ोटो

PATNA : बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग में एक सख्त कदम उठाते हुए राज्य के 65 डॉक्टरों के वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी है। बिहार में टीकाकरण महाअभियान के दौरान ड्यूटी से गायब रहने वाले इन डॉक्टरों के ऊपर गाज गिरी है। आपको बता दें कि 18 अक्टूबर को राज्य में टीकाकरण महाअभियान चलाया गया था। इस दौरान राज्य के 65 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को गैरहाजिर पाया गया। इस लापरवाही को देखते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों के वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी गई है।


जिन डॉक्टरों के वेतन वृद्धि पर रोक लगाई गई है उनमें कुछ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी भी शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इन डॉक्टरों को चेतावनी भी दी गई है। विभाग ने सबसे पहले इन डॉक्टरों को शो कॉज किया था लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद आखिरकार इन सभी के एक वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी गई है। 


राज्य स्वास्थ्य समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि 18 अक्टूबर को कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए आयोजित टीकाकरण महाअभियान के दौरान ये प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ड्यूटी से गायब पाए गए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने इन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से 48 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा था। लेकिन इन 65 चिकित्सा पदाधिकारियों ने निर्धारित समय सीमा के अंदर स्पष्टीकरण नहीं दिया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि स्पष्टीकरण नहीं देने से लगता है कि इन्हें अपने बचाव में कुछ नहीं कहना है।