KHAGARIA: कोसी और बागमती नदी पूरे उफान पर है। कई इलाकों में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है। सैकड़ों एकड़ में लगी फसलें जलमग्न हो गयी है। हालांकि अधिकारी बाढ़ प्रभावित इलाकों में कैंप कर रहे हैं।
कोसी बराज से पानी छोड़े जाने बाद खगड़िया में कोसी और बागमती दोनों नदियां उफान पर है। कोसी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से जिले के बेलदौर, अलौली, चौथम और खगड़िया सदर प्रखंड में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। अलौली और बेलदौर प्रखंड में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है। जिससे इन इलाकों के सैकड़ों एकड़ में लगी धान, मकई और उड़द की फसल जलमग्न होकर नष्ट हो गयी है।
पानी का रफ्तार इतना तेज है कि निचले इलाके के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। जिसके कारण बाढ़ पीड़ित अपने मवेशियों को लेकर ऊंचे जगहों पर शरण ले रहे हैं। बाढ़ के खतरे के मद्देनजर जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड में है। अधिकारी लगातार अलौली और बेलदौर प्रखंड का दौरा कर रहे हैं। गोगरी अनुमंडल पदाधिकारी सुनंदा कुमारी डुमरी, तेलिहार और बलेठा पंचायतों का दौरा किया। वहीं सदर एसडीओ अमित अनुराग भी अलौली प्रखंड का दौरा कर रहे हैं।
निचले इलाके के लोगों को ऊंचे जगहों पर चले जाने की एसडीओ ने अपील किया है। वहीं अधिकारी लगातार तटबंधों का निरीक्षण कर रहे हैं। इधर गोगरी एसडीओ सुनंदा कुमारी ने बताया कि तटबंध सुरक्षित हैं। तटबंधों की लगातार निगरानी की जा रही है। तटबंधों के पास पर्याप्त संख्या में सैंड बैग रखा जा रहा है।
पर्याप्त संख्या में नाव की व्यवस्था की गई है। बता दें कि एक सप्ताह पूर्व गंगा के जलस्तर में हुए वृद्धि से जिले का 25 पंचायत पूर्व से बाढ़ से प्रभावित हो गया है। यदि कोसी का जलस्तर भी इसी रफ्तार से बढ़ेगा तो जिले के दर्जनों पंचायत बाढ़ से तबाह होगा। अचानक इलाके में बाढ़ का पानी आने से लोग दहशत में हैं।
खगड़िया से अनीश की रिपोर्ट..