ब्रेकिंग न्यूज़

Gaya development News: बिहार के इस जिले में 15.66 करोड़ में 102 योजनाओं का मंत्री ने किया शिलान्यास इस फोरलेन के बनने से कम होगी बिहार से झारखंड की दूरी, इन जिलों को भी मिलेगा फायदा National Herald: नेशनल हेराल्ड पर बोले डिप्टी सीएम सम्राट... “कांग्रेस ने देश को लूटा, आजादी के सेनानियों का किया अपमान” Success Story: बिना कोचिंग के बिहार की बेटी UPSC क्रैक कर बनीं IAS, दूसरे प्रयास में हासिल किया 208 रैंक प्रेमिका से मिलने की सजा: घरवालों ने सेविंग ब्लेड से काटा युवक का प्राइवेट पार्ट, अस्पताल में ज़िंदगी-मौत की जंग Amrit Bharat Station Scheme: अमृत भारत योजना के तहत जमालपुर और नव-निर्मित मुंगेर स्टेशन का डीआरएम मनीष गुप्ता ने किया स्थलीय निरीक्षण Bihar Education News: महिला शिक्षक को परेशान करना शराबी BEO को पड़ा महंगा, पहले जेल फिर निलंबन, जेल से निकलते फिर हुए सस्पेंड Bengal violence: कांग्रेस सांसद का बीजेपी ,आरएसएस पर हमला, कहा... बंगाल की हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण, देश में फैलाना चाहते हैं धार्मिक उन्माद Bihar News: प्रेमिका को घर छोड़ने गए युवक की दुर्घटना में मौत, परिजनों ने साजिशन हत्या के लगाए आरोप Bihar News: सासाराम में बाबा साहब की पोस्टर फाड़े जाने पर बवाल, सड़क जाम

बिहार: फिर खुली स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल, एंबुलेंस को धक्का देते दिखे परिजन

  बिहार: फिर खुली स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल, एंबुलेंस को धक्का देते दिखे परिजन

10-Apr-2023 10:35 AM

By Dheeraj Kumar

JAMUI: बिहार के सदर अस्पताल में फैले अव्यवस्था से किसी से छिपी नहीं है। कभी सदर अस्पताल में डॉक्टर नदारद रहते हैं तो कभी इलाज में लापरवाही बरती जाती है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मिशन 60 पर सदर अस्पताल में ग्रहण लगता दिख रहा है। सदर अस्पताल में इमरजेंसी के दौरान मरीजों को ले जाने वाले एंबुलेंस की हालत इतनी खराब है की मरीज को एंबुलेंस में बैठा कर धक्का मारना पड़ रहा है। 


ऐसा ही एक वीडियो सदर अस्पताल जमुई से सामने आया है। जिसमें सड़क दुर्घटना के शिकार मरीज को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल से पटना रेफर किया गया था। मरीज को एंबुलेंस में ले जाने के दौरान एंबुलेंस स्टार्ट नहीं हो पा रही थी। जिसके बाद लगभग 300 मीटर तक एंबुलेंस को धक्का दिया गया तब जाकर  एंबुलेंस स्टार्ट हो पाया। एंबुलेंस बाहर का बताया जा रहा है। 


अगर एंबुलेंस बाहर का है तो यह जमुई सदर अस्पताल कर्मियों की घोर लापरवाही है। अगर सदर अस्पताल से किसी व्यक्ति को रेफर किया जाता है तो वैसे अवस्था में सदर अस्पताल द्वारा ही अस्पताल में मौजूद सरकारी एंबुलेंस मुहैया कराया जाता है। लेकिन अगर सदर अस्पताल से मरीज को प्राइवेट से या बाहर का एंबुलेंस लेकर जा रहा है, तो इसमें कहीं ना कहीं सदर अस्पताल जमुई के कर्मी सनलिप्त होकर अवैध रूप से मोटी कमीशन लेकर एंबुलेंस का परिचालन करवा रहे हैं। वही इस संबंध में जमुई सदर अस्पताल के उपाधीक्षक नौशाद अहमद से पूछा गया तो उन्होंने पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही