ब्रेकिंग न्यूज़

ओडिशा के कारोबारी का बिहार में अपहरण, नवादा अपने ससुराल आया हुआ था रंगदारी नहीं देने पर वार्ड सदस्य को दबंगों ने मारा चाकू, सहरसा सदर अस्पताल में भर्ती दो महिलाओं ने आपस में रचाई शादी, कहा..साथ जियेंगे साथ मरेंगे लेकिन शराबी पतियों के पास वापस नहीं जाएंगे बिहटा में जाम से त्राहिमाम: फजीहत के बाद पथ निर्माण मंत्री ने आनन-फानन में बुलाई अधिकारियों की बैठक कोलकाता के ट्रक ड्राइवर को जमुई की लड़की से हो गया प्यार, आधी रात मिलने पहुंचा तो लोगों ने कर दी पिटाई free smart phone distribution: 25 लाख स्मार्टफोन फ्री में बांटेगी सरकार, इसके लिए करना होगा यह काम Bihar Weather Update: बिहार के इन जिलों में कल कैसा रहेगा मौसम..? पछुआ हवा से बढ़ेगी कनकनी...रात में गिरेगा तापमान bihar crime news: सारण में मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, अपराधी की निशानदेही पर पुलिस ने की कार्रवाई लड़की का पीछा कर रहा था मौलवी, विरोध किया तो धारदार कुल्हाड़ी से कर दिया हमला Corrupt Officer Suspended : शिक्षा विभाग से सीख ले परिवहन विभाग, छापा खत्म नहीं हुआ और करप्शन के आरोपी डीईओ को किया सस्पेंड, परिवहन विभाग ने DA केस के आरोपियों को आज तक नहीं किया निलंबित

Bihar Crime News: साइबर अपराध के खिलाफ पुलिस का बड़ा एक्शन, करीब 37 लाख कैश के साथ 4 शातिर अरेस्ट; लोगों को ऐसे लगाते थे चूना

Bihar Crime News: साइबर अपराध के खिलाफ पुलिस का बड़ा एक्शन, करीब 37 लाख कैश के साथ 4 शातिर अरेस्ट; लोगों को ऐसे लगाते थे चूना

05-Dec-2024 04:51 PM

By RAJKUMAR

NALANDA: नालंदा पुलिस ने साइबर अपराध के विरुद्ध एक बड़ी कार्रवाई करते हुए मानपुर थाना क्षेत्र के डमर बीघा गांव से चार साइबर ठगों को 36 लाख 78 हजार 655 रुपये कैश, 16 मोबाइल फोन और अन्य सामानों के साथ गिरफ्तार किया है।


नालंदा एसपी भारत सोनी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी सोशल मीडिया पर फर्जी लॉटरी और लोन के विज्ञापन चलाकर भोले-भाले लोगों को ठगते थे। लॉटरी के नाम पर यह लोगों को एक वेबसाइट के जरिए जोड़ते और पैसा जमा करवाते थे। इसके अलावा, लोन प्रोसेसिंग फीस के नाम पर भी ये बड़ी रकम वसूलते थे।


उन्होंने बताया कि साइबर अपराध रोकने के लिए प्रिवेंटेटिव रेट और पोर्टल के जरिए प्राप्त मोबाइल नंबरों का सत्यापन किया गया, जिससे इस गिरोह का पता चला। इन अपराधियों ने केरला लॉटरी और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्म पर फर्जी लिंक का इस्तेमाल कर लोगों को ठगने की योजना बनाई थी।


पुलिस ने इस गिरोह के नेटवर्क को समझाते हुए उन्होंने कहा कि यह एक कमीशन-बेस्ड सिस्टम पर काम करता था। इसमें कुछ लोग कस्टमर्स से बात करते थे, कुछ अकाउंट्स संभालते थे, और कुछ लोग पैसे निकालने का काम करते थे। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ साइबर थाना में केस दर्ज किया गया है, और उनके उपकरणों की फॉरेंसिक जांच के लिए एफएसएल को भेजा जाएगा।


एसपी ने बताया कि पुलिस अन्य राज्यों के साथ समन्वय बनाकर जांच कर रही है, क्योंकि इस गिरोह के खिलाफ कई राज्यों में भी शिकायतें दर्ज हैं। उन्होंने यह भी कहा कि साइबर क्राइम के हॉटस्पॉट इलाकों में पुलिस द्वारा आगे भी अभियान जारी रहेगा। पुलिस की यह कार्रवाई साइबर अपराध पर नकेल कसने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।