PATNA: बिहार में क्रिकेट को खात्मा के कगार पर पहुंचाने के बाद कुर्सी के लिए मारमारी लगातार तेज होती जा रही है. BCA के अध्यक्ष बन बैठे कारोबारी राकेश तिवारी के खिलाफ अब पटना जिला क्रिकेट एसोसियेशन (PDCA) ने खुला मोर्चा खोल दिया है. पटना जिला क्रिकेट एसोसियेशन के अध्यक्ष ने पूरी कमेटी को भंग करते हुए अजय नारायण शर्मा समेत कई राकेश तिवारी समर्थक कई पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
क्रिकेट की पॉलिटिक्स
PDCA के अध्यक्ष प्रवीण कुमार प्रणवीर ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है. उन्होंने कहा है कि पीडीसीए का चुनाव पिछले 2008 में ही हुआ था. 13 सालों से PDCA का चुनाव ही नहीं हुआ है जबकि पदाधिकारियों को सिर्फ 2 साल के लिए चुना गया था. लिहाजा सारी कमेटी को भंग करने का आदेश जारी कर दिया गया है. प्रवीण कुमार प्रणवीर ने पटना जिला क्रिकेट का काम देखने के साथ साथ नया चुनाव कराने का एक कमेटी का गठन करने का भी एलान किया है.
PDCA के अध्यक्ष प्रवीण कुमार प्रणवीर ने आज जो प्रेस विज्ञप्ति जारी की है, उसकी सबसे खास बात कुछ औऱ है. प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि PDCA के सचिव अजय नारायण शर्मा को क्रिकेट संघ से ही बाहर कर दिया गया है. अजय नारायण शर्मा के साथ साथ अरूण कुमार सिंह, राजेश कुमार, चंद्रशेखर कुमार को PDCA से बाहर कर दिया गया है.
हम आपको बता दें कि बिहार क्रिकेट के धुरंधर माने जाने वाले अजय नारायण शर्मा फिलहाल बीसीए के अध्यक्ष राकेश तिवारी के बेहद करीबी माने जाते हैं. राकेश तिवारी ने हाल में ही PDCA में सुलह करायी थी. इसमें प्रवीण कुमार प्राणवीर को अध्यक्ष औऱ अजय नारायण शर्मा को सचिव बने देने का फार्मूला तय हुआ था. इसके बाद बीसीए ने अजय नारायण शर्मा को अपना सलाहकार भी बनाया था.
लेकिन बीसीए के अध्यक्ष राकेश तिवारी के सुलह कराने के कुछ दिन बाद ही PDCA की पूरी कमेटी ही भंग कर दी गयी है. जाहिर है पटना जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष प्रवीण कुमार प्राणवीर ने राकेश तिवारी के खिलाफ खुला मोर्चा खोल दिया है.
PDCA में नयी कमेटी बनी
पटना जिला क्रिकेट एसोसियेशन ने कमेटी को भंग करने के साथ ही कामकाज को देखने औऱ नया चुनाव कराने के लिए एक कमेटी का भी गठन कर दिया है. इस कमेटी के चेयरमैन खुद प्रवीण कुमार प्रणवीर बने हैं. वहीं, रहबर आबदीन, सुनील रोहित, शैलेश कुमार, शक्ति कुमार, धनंजय कुमार, आशीष कुमार को सदस्य और मनोज कुमार सिंह को संयोजक बनाया गया है. इस कमेटी से भी राकेश तिवारी के समर्थकों का पत्ता साफ कर दिया गया है.
किसके इशारे पर हुआ खेल
इस पूरे प्रकरण की अहम बात है कि क्रिकेट की पॉलिटिक्स उस पॉलिटिक्स से ज्यादा बड़ी होती दिख रही है जो सत्ता के लिए की जाती है. जानकार बता रहे हैं कि प्रवीण कुमार प्रणवीर के पीछे रहबर आबदीन का दिमाग काम कर रहा है. PDCA को लेकर पहले से कोर्ट में लड़ाई लड रह रहे रहबर आबदीन ने प्रवीण कुमार प्रणवीर को राकेश तिवारी के खिलाफ मोर्चा खोलने की ताकत दी है. उसके बाद ये फैसले लिये गये.
उधर पटना जिला क्रिकेट एसोसियेशन के सचिव अजय नारायण शर्मा ने कहा है कि प्रवीण कुमार को ये फैसला लेने का अधिकार ही नहीं है. सुप्रीम कोर्ट औऱ लोढ़ा कमेटी के जिन आदेश के आधार पर वे मुझे बाहर करने का आदेश जारी कर रहे हैं उसके तहत तो सबसे पहले प्रवीण प्राणवीर ही खुद बाहर हो जायेंगे. अजय नारायण शर्मा ने कहा कि उन्होंने आज PDCA की बैठक बुलायी है जिसमें प्रवीण प्राणवीर को संघ से बाहर करने का फैसला लिया जायेगा. इस बैठक में PDCA के 90 प्रतिशत सदस्य मौजूद रहेंगे.