PATNA : देश-दुनिया में कोरोना के दूसरी लहर बड़ी तेजी से फ़ैल रही है. बिहार में भी कोरोना के नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं. राजनीतिक गलियारों में भी इसका असर काफी देखने को मिल रहा है. बिहार और खासकर राजधानी पटना में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सहित सभी जिला कार्यालयों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है.
प्रदेश में भयावह हुए कोरोना संक्रमण को देखते हुए बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने एक आदेश जारी करते हुए कहा कि कांग्रेस का राज्य मुख्यालय सदाकत आश्रम सहित पूरे राज्य के जिला कार्यालय अनिश्चितकाल के लिए बन्द रहेंगे. उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में सरकारी उदासीनता और प्रशासनिक विफलताओं के कारण स्थिति बेहद विकराल हो गयी है. प्रदेश में जब तक स्थितियां सामान्य नहीं होंगी तब तक कांग्रेस के प्रदेश से लेकर जिला मुख्यालयों को अनिश्चितकाल तक बन्द करने का फैसला लिया गया है.
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि सदाकत आश्रम में केवल आवासीय कर्मचारियों के ही रहने की अनुमति रहेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कोरोना संक्रमण की भयावहता को देखते हुए काले कृषि कानूनों के खिलाफ 5 अप्रैल को प्रस्तावित अपने धरने को पहले ही स्थगित करते हुए राजनीतिक और सार्वजनिक कार्यक्रम सहित सभी स्तर कार्यक्रम रद्द कर दिया था.
राजेश राठौड़ ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी कोरोना के भयावह एवं घातक परिस्थिति को समझ रही है और सरकार की अकर्मण्यता को देखते हुए उसने ये फैसला लिया है. साथ ही आम जनता से अपील की है कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप में अपने और परिवार की सुरक्षा का विशेष ख्याल रखें.